Rahul Gandhi On 'Make In India': कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ वैश्विक ब्रांड के भारत छोड़ने की खबर का हवाला देते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि ‘हेट इन इंडिया’ (भारत में घृणा) और ‘मेक इन इंडिया’ (भारत में विनिर्माण) साथ-साथ नहीं चल सकते.
उन्होंने देश में बेरोजगारी की स्थिति का भी जिक्र किया और प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह इस संकट से निपटने पर ध्यान दें. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘कारोबार भारत से बाहर ले जाने की सुगमता है. सात वैश्विक ब्रांड, नौ फैक्ट्रियां और 649 डीलरशिप चले गए. 84,000 नौकरियां खत्म हो गईं.’’
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी 'हेट इन इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ साथ-साथ नहीं चल सकते. ये भारत के खतरनाक बेरोजगारी संकट पर ध्यान देने का समय है. गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार ट्वीट के जरिए मोदी सरकार को घेरने में लगे हुए हैं.
इन दिनों उन्होंने केंद्र सरकार पर देश के मध्यम वर्ग पर पड़ते महंगाई, रोजगार और देश में बढ़ रही नफरत को लेकर मोर्चा खोला हुआ है. हाल ही में उन्होंने मोदी सरकार पर ट्वीट कर तंज कसा कि 'न्यू इंडिया का न्यू नारा- हर घर बेरोजगारी, घर-घर बेरोजगारी.' इस ट्वीट में राहुल ने आगे लिखा- '75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके ‘Masterstrokes’ से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं.'
इससे पहले, राहुल ने मुद्रास्फीति दर और घटते फिक्स्ड डिपॉजिट या एफडी ब्याज दर को बताते हुए कहा था कि पीएम मोदी के 'मास्टरस्ट्रोक' ने आपकी मेहनत की कमाई को ध्वस्त कर दिया है. उन्होंने कहा था- "मु्द्रास्फीति दर 6.95 फीसदी हो गया है, जबकि एफडी ब्जाज दर घटकर 5 फीसदी पर पहुंच गया है. अपने बैंक खातों में 15 लाख जमा करना भूल जाइए, पीएम मोदी के 'मास्टरस्ट्रोक' ने आपकी मेहनत की कमाई को ध्वस्त कर दिया है.