गांधीनगर: दस राज्यों के दलित समुदाय की तरफ से बनाए गए राष्ट्रीय ध्वज को गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने स्वीकार करने से मना कर दिया. दलित नेता मार्टिन मैकवान ने कहा, "यह भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है, जिसे दस राज्यों के दलितों ने मिलकर बनाया है." मार्टिन नवसर्जन ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जो गुजरात के अनुसूचित जाति समुदाय के लिए काम करता है.


अब इस राष्ट्रीय ध्वज को राहुल गांधी उसे स्वीकर करेंगे. 125 फीट चौड़ा और 83.3 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज राहुल गांधी, साणंद में दलित शक्ति केंद्र के दौरे के क्रम में इसे स्वीकार करेंगे. राहुल चुनावी राज्य गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं.


दलित नेता मार्टिन मैकवान ने कहा, "भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज रूपाणी को सौंपा गया था और उनसे अस्पृश्यता (छुआछूत) प्रथा को खत्म करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया गया था, लेकिन इसे गांधीनगर कलेक्ट्रेट के अधिकारियों की तरफ से स्वीकार नहीं किया गया, क्योंकि मुख्यमंत्री का कहना था कि इस ध्वज को रखने के लिए हमारे पास पर्याप्त जगह नहीं है और जगह बन जाने के बाद हम सूचना देंगे."