सौहार्द के लिए उपवास: राजघाट पहुंचे राहुल गांधी, बीजेपी का हमला- लेट सोकर उठते हैं राहुल
सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के फैसले के विरोध में देश भर के दलित संगठनों ने दो अप्रैल को 'भारत बंद' बुलाया था. इस बंद के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी 10 लोगों की मौत हो गई थी.
नई दिल्ली: दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने आज सांप्रदायिक सौहार्द के लिए राजघाट पर उपवास का एलान किया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे. राहुल गांधी ने बापू की समाधि पर फूल चढ़ाए, इसके बाद मंच पर बैठे.
पहले खबर थी कि राहुल गांधी भी उपवास करेंगे, बाद में अजय माकन ने स्पष्ट किया कि राहुल थोड़ी देर के लिए आएंगे. वहीं दूसरी ओर यह कार्यक्रम कांग्रेस के अंदरूनी विवाद से भी घिर गया है.
बीजेपी का हमला- राहुल गांधी लेट सोकर उठते हैं उपवास कार्यक्रम में देरी से आने पर बीजेपी ने राहुल गांधी हमला बोला है. बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी देर से सोकर उठते हैं. अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ''राहुल जी अगर लंच हो गया हो तो, उपवास पर बैठ जाओ. मैं जानना चाहता हूं कि कौन नेता उपवास पर बैठने की बात कहता है और 12.45 तक उपवास स्थल पर नहीं पहुंचता. यह उनका स्टाइल है. हमेशा की तरह राहुल गांधी लेट उठते हैं.''
राहुल जी अगर लंच हो गया हो तो, उपवास पर बैठ जाओ... I would love to know which leader says he will embark on a fast and does not reach the venue till 12:45! True to his style, @rahulgandhi obviously woke up late. #RahulOnAFarce
— Amit Malviya (@malviyamit) April 9, 2018
सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को वापस भेजा राजघाट पर उपवास से कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को वापस भेज दिया गया है. जगदीश टाइटलर जब मंच के पास पहुंचे तो अजय माकन ने उनके कान में कुछ कहा और फिर वहीं से वापस चले गए. हालांकि जगदीश टाइटलर ने इस कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. बता दें कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 दंगों के आरोपी हैं.
पूरा दिन राजघाट पर नहीं बैठेंगे राहुल: माकन दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि राहुल गांधी राजघाट पर आएंगे और थोड़ी देर बैठने के बाद चले जाएंगे. वो पूरे दिन राजघाट पर नहीं बैठेंगे. बता दें कि अजय माकन, पीसी चाको अरविंदर लवली, हारून यूसुफ, राजा बराड़ भी उपवास कर रहे हैं.
राहुल गांधी उपवास करें झूठ ना फैलाएं: बीजेपी राहुल गांधी के उपवास पर बीजेपी ने एक वीडियो बनाया है. जिसमें बीजेपी कह रही है कि राहुल उपवास करें लेकिन झूठ न फैलाएं. खुद बीजेपी को अपने घर से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. उसके पांच दलित सांसद अपनी ही सरकार से नाराज़ हो गए हैं.
Rahul Gandhi may choose to go on fast but should refrain from spreading falsehoods. pic.twitter.com/qzMBWBsgON
— BJP (@BJP4India) April 8, 2018
प्रदेश और जिला कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपवास रखेंगे इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर देश भर के जिला और प्रदेश मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ता उपवास करेंगे. कांग्रेस ने केंद्र और बीजेपी की प्रदेश सरकारों पर 2 अप्रैल को हुई हिंसा को रोकने में असमर्थ होने का आरोप लगाया है.
क्यों उपवास कर रहे हैं राहुल गांधी? सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के फैसले के विरोध में देश भर के दलित संगठनों ने दो अप्रैल को 'भारत बंद' बुलाया था. इस बंद के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी 10 लोगों की मौत हो गई थी.
दलितों पर बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कल कहा कि मोदी राज में दलित समाज पर अत्याचार बढ़ गए हैं. सिब्बल की बात जवाब देने आए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि राहुल गांधी ये झूठ क्यों फैला रहे हैं कि मोदी सरकार ने दलित एक्ट ही खत्म कर दिया.
मायावती ने भी साधा बीजेपी पर निशाना बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी दलितों के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा है. मायावती ने कहा बीजेपी आग से न खेले नहीं तो वही हाल होगा जो इमरजेंसी के बाद चुनाव में कांग्रेस का हुआ था. मायावती पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि मायावती समाज को बांटने का काम ना करें.
चुनावी राजनीति में दलति क्यों हैं अहम? 2014 में मोदी को पीएम बनाने में दलितों का बहुत बडा योगदान था. 2014 के लोकसभा चुनाव में 24 फीसदी दलितों ने बीजेपी को वोट किया था, जबकि पहले ये संख्या 12-14 फीसदी होती थी. 2014 में कांग्रेस को 19 और बीएसपी को देश भर में 14 फीसदी दलितों ने वोट किया. ऐसे में अगर दलितों का मुद्दा और गरम होता है तो बीजेपी की परेशानी बढ़ सकती है.