गांधी जी की 150 वीं जयंती: 2 अक्टूबर को महाराष्ट्र के वर्धा में होगी कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक, निशाने पर रहेगी मोदी सरकार
वर्धा का महत्व बताते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 12 मार्च 1930 को गांधी जी ने साबरमती आश्रम से नमक आंदोलन शुरू किया और 6 अप्रैल को दांडी में नमक कानून तोड़ा.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने एलान किया है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर पार्टी देश भर में कार्यक्रम करेगी. पार्टी इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर को महाराष्ट्र के वर्धा में CWC यानि कार्यसमिति की बैठक से करेगी. कांग्रेस संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती को लेकर राहुल गांधी ने फैसला किया है कि देश भर में कार्यक्रम होंगे. 2 अक्टूबर को वर्धा के सेवाग्राम आश्रम में CWC की बैठक होगी. इसके साथ ही प्रार्थना, शांति मार्च और जनसभा का भी आयोजन होगा. CWC कांग्रेस में फैसले लेने वाली सबसे बड़ी इकाई है. इसमें करीब 51 सदस्य हैं.
आशोक गहलोत ने कहा कि आज फासीवादी ताकतें सत्ता में हैं. हिंसा में यकीन करने वाले गांधी को लेकर राजनीति कर रहे हैं. निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. हिंसा और नफरत का महौल है. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि मोदी और उनके साथी जिन्हें गांधी की विचारधारा पर यकीन नहीं है वो उनका नाम लेते हैं लेकिन देश में संदेश घृणा और हिंसा का पहुंच रहा है.
गहलोत ने कहा कि वर्धा में गांधी जी ने भारत छोड़ो आंदोलन की नींव रखी थी. पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 1942 में वर्धा में CWC की बैठक में 'भारत छोड़ो' का प्रस्ताव पास किया गया था. सुरजेवाला ने कहा कि एक बार फिर भय, हिंसा, झूठ भारत छोड़ो और भ्रष्टाचारी, हिंसा के उपासकों गद्दी छोड़ो का आह्वान किया जाएगा.
वर्धा का इतिहास:- वर्धा का महत्व बताते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 12 मार्च 1930 को गांधी जी ने साबरमती आश्रम से नमक आंदोलन शुरू किया और 6 अप्रैल को दांडी में नमक कानून तोड़ा. इसके बाद अंग्रेजों ने उन्हें 5 मई को गिरफ्तार कर यरवदा जेल में डाल दिया. गांधीजी 1933 में रिहा हुए.
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1934 में उद्योगपति जमना लाल बजाज ने गांधी जी को वर्धा में आने का न्यौता दिया था. 30 अप्रैल 1936 में गांधी सेवाग्राम में आए. 14 जुलाई 1942 को वर्धा में कांग्रेस cwc में भारत छोड़ो आन्दोलन का प्रस्ताव पास किया था जिसके बाद 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई.
लोकसभा चुनाव पर नजर ! लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ये गांधी जी की विरासत को अपना बताने की कांग्रेस की कोशिश है. राहुल गांधी लगातार आरएसएस की विचारधारा पर हमले करते रहते हैं. ऐसे में गांधी जी की 150 वीं जयंती के कार्यक्रमों के जरिए कांग्रेस को अपनी 'गांधीवादी' विचारधारा को लोगों के सामने रखने का मौका मिलेगा.