नफरत और सांप्रदायिकता में अपने बेटों को गंवा चुके दो पिताओं के संदेश के सहारे राहुल गांधी ने साधा बीजेपी पर निशाना
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''अपने बेटों को नफरत और सम्प्रदायिकता के कारण खोने के बाद यशपाल सक्सेना और इमाम रशीदी के संदेश ये दिखाते हैं कि हिन्दुस्तान में हमेशा प्यार नफरत को हराएगा. कांग्रेस की नींव भी करुणा और आपसी भाईचारे पर टिकी है. हम नफरत फैलाने वाली BJP/RSS की विचारधारा को जीतने नहीं देंगे.''
नई दिल्ली: नफरत और सांप्रदायिकता के जहर की वजह से अपने बेटों को खो देने वाले दो पिता के बयान का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए यशपाल सक्सेना और इमाम रशीदी के बयान का जिक्र किया. इन दो लोगों ने नफरत और सांप्रदायिक जहर की वजह से अपना बेटा खो दिया.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''अपने बेटों को नफरत और सम्प्रदायिकता के कारण खोने के बाद यशपाल सक्सेना और इमाम रशीदी के संदेश ये दिखाते हैं कि हिन्दुस्तान में हमेशा प्यार नफरत को हराएगा. कांग्रेस की नींव भी करुणा और आपसी भाईचारे पर टिकी है. हम नफरत फैलाने वाली BJP/RSS की विचारधारा को जीतने नहीं देंगे.''
अपने बेटों को नफरत और सम्प्रदायिकता के कारण खोने के बाद यशपाल सक्सेना और इमाम रशीदी के संदेश ये दिखाते हैं कि हिन्दुस्तान में हमेशा प्यार नफरत को हराएगा।
कांग्रेस की नींव भी करुणा और आपसी भाईचारे पर टिकी है। हम नफरत फैलाने वाली BJP/RSS की विचारधारा को जीतने नहीं देंगे। pic.twitter.com/5smEqBm8gK — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 31, 2018
बता दें कि पश्चिम बंगाल के आसनसोल में राम नवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में अपने बेटे को खोने वाले इमाम इमदात उल्लाह राशिद ने लोगों से बेटे की मौत को मुद्दा नहीं बनाने और इलाके में अमन कायम करने की गुजारिश की. उन्होंने कहा, ''मेरा एक पैगाम है कि मेरा बेटा चला गया कोई बात नहीं है, हमारे शहर में शांति रहे, शहर में अमन रहे यही मेरी कोशिश है. हत्या को मुद्दा न बनाएं. अगर आप मुझसे प्यार करते हैं तो अमन बहाल करें. मेरे बच्चे की उम्र पूरी हो गई थी. अगर शांति बहाल नहीं हुई तो शहर छोड़ दूंगा.'
वहीं दिल्ली में अंकित सक्सेना नाम के एक युवक की बीते फरवरी महीने में हत्या कर दी गई थी. अंकित, सलीमा नाम की एक लड़की से प्यार था. इसलिए सलीमा के घरवालों ने अंकित की बेरहमी से हत्या कर दी. जिसके बाद अंकित के पिता यशपाल सक्सेना ने कहा था कि उन्हें किसी धर्म से उन्हें नफरत नहीं है. उन्होंने अपील की थी कि इस मामले को सांप्रदायिक रंग ना दिया जाए.