Rahul Gandhi In US: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर है. अब अमेरिका में दिए गए उनके एक बयान को लेकर बीजेपी खफा हो गई है. वॉशिंगटन डीसी में राहुल गांधी इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के एक कार्यक्रम में उन्होंने सिख और चीन को लेकर कुछ ऐसा कहा, जिसे लेकर बीजेपी ने उन्हें घेर . 


क्या बोले राहुल गांधी?


इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा, "सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. ये काफी सतही है. लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या किसी सिख को अपनी पगड़ी पहनने या भारत में गुरुद्वारे जाने की अनुमति दी जाएगी. यह सिर्फ सिखों के लिए नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के लिए है. मैं यहां तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र के लोगों को देखता हूं. ये सिर्फ नाम नहीं हैं; वे आपके इतिहास, भाषा और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं.


'आरएसएस की यही विचारधारा'


राहुल गांधी आगे कहते हैं, "आरएसएस यह कह रहा है कि कुछ राज्य, भाषाएं, धर्म और समुदाय दूसरों से कमतर हैं. लेकिन हमारा मानना है कि हर राज्य, परंपरा, धर्म, संस्कृति और भाषा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी अन्य हैं. तमिलनाडु के किसी व्यक्ति को कैसा लगेगा अगर उसे बताया जाए कि वह तमिल नहीं बोल सकता? यही आरएसएस की विचारधारा है."


राहुल कहते हैं,"यह लड़ाई उस तरह का भारत है जिसे हम चाहते हैं- जहां लोग अपनी मर्जी से विश्वास करने, सम्मान करने और बोलने के लिए आजाद हों या जहां कुछ ही लोग सब कुछ तय करते हों. समस्या यह है कि ये लोग भारत को नहीं समझते हैं.यह भाषाओं, परंपराओं, संस्कृति और इतिहास का मिलन है."


राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी तीखी प्रतिक्रिया दी है. केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी की निंदा की है और कहा कि हमें याद है कि सिखों के साथ बर्बरता किसके शासनकाल में हुई थी.


चीन और भारत को लेकर क्या बोले राहुल जिस पर बीजेपी हुई हमलावर?


जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन के उत्पादन क्षमता का जिक्र करते हुए भारत और चीन की तुलना की. उन्होंने कहा कि चीन ने जिस प्रकार उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति की है, उस स्तर को भारत जैसे विशाल देश ने अभी तक नहीं छू पाया है. राहुल गांधी ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत को अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है.


राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने राहुल गांधी को एक गैर-जिम्मेदार नेता बताया है. बीजेपी सांसद ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "देश के नेता प्रतिपक्ष होने के बावजूद भारत की आलोचना कर रहे हैं. उनको जितनी आलोचना करनी है देश की संसद में करें. ये बात सच्चाई है कि पिछले 10 वर्षों में हम टॉप-5 अर्थव्यवस्था में आए हैं लेकिन वो ऐसे बात करते हैं कि जैसे चीन के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हों."






कांग्रेस का पलटवार


राहुल गांधी के बयानों पर बीजेपी की तीखी प्रतिक्रिया और सुर्खियों को लेकर कांग्रेस डिफेंस मूड में आ चुकी है. कांग्रेस की ओर से राहुल के तमाम बयानों को सपोर्ट किया जा रहा है. बीजेपी की ओर से राहुल गांधी पर आरोप लगाए गए थे कि वह विदेश में जाकर देश की छवि को खराब कर रहे हैं, इसके बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश में दिए भाषणों की कुछ क्लिप्स शेयर किए हैं. 


कांग्रेस ने कहा, BJP ने एक बार फिर राहुल गांधी जी का वीडियो कांट-छांटकर चलाया और उसे सिखों से जोड़ दिया. जिसमें राहुल गांधी जी ने सबको समान अधिकार देने की बात कही थी, चाहे वो किसी भी जाति या धर्म का हो. याद रहे.. ये देश राहुल जी के खिलाफ BJP की नफरत और झूठ का करारा जवाब दे चुका है. वैसे ये आक्रोश तब कहां चला जाता है..जब BJP के नेताओं ने पंजाब और हरियाणा से आए किसानों को आतंकी, ख़ालिस्तानी, मवाली और गुंडा कहा था. जब, हरियाणा और बाकी देश से आए 700 से ज्यादा किसान शहीद हो गए और नरेंद्र मोदी ने कहा- 'मेरे लिए मरे क्या?'


कांग्रेस ने कहा, "मोदी सरकार ने किसानों की राहों में कीलें बिछा दीं, उन पर गोले दागे गए. BJP की सांसद पंजाब के किसानों को हत्यारा और बलात्कारी बताती हैं."


दिल्ली के बराबर जमीन चीन के पास: राहुल गांधी


वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में मीडिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सवाल किया गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका-चीन प्रतिस्पर्धा को सफलतापूर्वक संभाला है. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप 4,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में चीनी सैनिकों की मौजूदगी को सफल प्रबंधन मानते हैं, तो शायद यह सही हो, लेकिन हकीकत में यह एक गंभीर आपदा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि लद्दाख के क्षेत्र में दिल्ली के आकार की जमीन पर चीनी सैनिकों का कब्जा स्वीकार्य नहीं है.


राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि अगर किसी देश के 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर किसी पड़ोसी देश का कब्जा हो जाए, तो अमेरिका जैसी महाशक्ति की प्रतिक्रिया क्या होगी? क्या कोई राष्ट्रपति यह कहकर बच सकता है कि उसने इसे सफलतापूर्वक संभाल लिया है? राहुल गांधी ने अपनी असहमति जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के साथ इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से नहीं संभाला है और इस स्थिति का कोई औचित्य नहीं है कि चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में डटे रहें.


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