Rahul Gandhi US Visit: 'ये दो विचारधाराओं की लड़ाई', न्यूयॉर्क में राहुल गांधी बोले- एक तरफ गांधी तो दूसरी ओर गोडसे
Rahul Gandhi America Visit: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने न्यूयॉर्क में भारतीय प्रवासियों के एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए अपने विचार रखे.
Rahul Gandhi Addresses Indian Diaspora: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर हैं. वह वाशिंगटन और सैन फ्रांसिस्को की यात्रा के बाद न्यूयॉर्क पहुंचे हैं. उन्होंने यहां मैनहट्टन के जेविट्स सेंटर में एक सामुदायिक रैली को संबोधित किया. राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, ''यह बहुत शानदार यात्रा रही. यह शानदार रही, क्योंकि भारतीय समुदाय ने इन पांच-छह दिनों में हमें प्यार और स्नेह दिखाया.''
उन्होंने कहा कि जब मैं यहां आता हूं और मैं आप सबको हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हुए देखता हूं. यह मुझे इसलिए गौरवान्वित करता है, क्योंकि जिस तरह से आपने व्यवहार किया है, जो मानवता आपने दिखाई है, जो स्वीकृति आपके पास है, आप यहां नहीं आए, आप में से कोई भी, आप में से कोई भी अहंकार से यहां नहीं आया. आप हिंदुस्तान से अहंकार नहीं लाए.
'आप जैसे लाखों हमारे राजदूत हैं'
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप यहां सीमित साधनों के साथ आए और आपने कुछ शानदार कुछ अद्भुत बनाया, और आप सभी की अलग-अलग यात्राएं हैं, कोई भी कम या ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है. दूसरी चीज जो आपने की वह अमेरिका की संस्कृति, अमेरिका की भाषा, अमेरिका का इतिहास, अमेरिका के विविध धर्मों को स्वीकार किया.
उन्होंने कहा कि आप यहां संस्कृति, धर्म, अमेरिका के इतिहास को लड़ने या गाली देने नहीं आए. इसलिए हमारे लिए आप और आप जैसे लाखों लोग, आप जैसे लाखों हमारे राजदूत हैं, जो हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और ऐसे लोग जो हमारे देश के एक विशेष दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं क्योंकि जैसा कि आप जानते हैं कि घर (भारत) में लड़ाई चल रही है.
'दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई'
राहुल ने कहा, ''अगर दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई होती है, एक जिसका हम प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरी जिसका बीजेपी और आरएसएस प्रतिनिधित्व करते हैं. मुझे लगता है कि इस लड़ाई का वर्णन करने का सबसे सरल तरीका यह है कि एक तरफ आपके पास महात्मा गांधी हैं और दूसरी ओर नाथूराम गोडसे है.''
उन्होंने कहा कि मैं कह सकता हूं या एक ओर गांधी जैसे बहादुर एनआरआई हैं, वास्तव में, संभवतः जो कई वर्षों में भारत के सबसे प्रभावशाली एनआरआई रहे हैं. विनम्र, साधारण व्यक्ति, लेकिन एक ऐसा व्यक्ति जो भविष्य में विश्वास करता है जो भारत में विश्वास करता है.
'यही वह विचारधारा है जिसका हम पालन करते हैं'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ''(महात्मा गांधी ने) अहिंसा का प्रचार किया और सत्य की खोज की. यही वह विचारधारा है जिसका हम पालन करते हैं, यही वह विचारधारा है जिसका आप सभी इस कमरे में पालन करते हैं और फिर दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे- हिंसक, गुस्सैल, अपने जीवन की वास्तविकता का सामना करने में असमर्थ.''
राहुल गांधी ने कहा कि आपने गांधी को गोली मारने का कारण देखा कि वह अपने जीवन का सामना नहीं कर सकता था और इसलिए उसे अपना गुस्सा किसी पर निकालना पड़ा और उसने अपना गुस्सा उस व्यक्ति पर निकालने का विकल्प चुना जो भारत के सार का प्रतिनिधित्व करता था. तो लड़ाई यह है.
'गोडसे केवल अतीत की बात करता था'
उन्होंने कहा, ''गांधी जी आगे देखने वाले, आधुनिक, खुले दिमाग के थे, गोडसे केवल अतीत की बात करता था, उसने कभी भविष्य की बात नहीं की, केवल अतीत की बात की, वह क्रोधित, घृणास्पद और स्पष्ट रूप से डरा हुआ था, वह दिल से कायर था और वह अपने जीवन का सामना करने में असमर्थ था. दूसरी ओर गांधी जी ने ग्रह पर सबसे बड़ी ताकत का सामना किया, महाशक्ति, संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली जो आज है.''
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने इसका सामना किया, क्योंकि वह (महात्मा गांधी) सत्य का पालन करते थे और वे विनम्र थे और आप सभी महात्मा गांधी, अंबेडकर जी, सरदार पटेल जी, जवाहरलाल नेहरू के नक्शेकदम पर चल रहे हैं, यह वह है जिससे आप सीखते हैं और यह जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हैं.
'भारत में जितने भी महापुरूष निकले हैं...'
कांग्रेस नेता ने कहा, ''मैं इतिहास में वापस जा सकता हूं, आप विनम्रता के बारे में बात करना चाहते हैं, मैं कर सकता हूं. मुझे इसे महात्मा गांधी तक सीमित करने आवश्यकता नहीं है, क्योंकि महात्मा गांधी भी कुछ अन्य लोगों से सीखते थे. वो महात्मा गांधी जी नहीं थे जिन्होंने इसका आविष्कार किया था. महात्मा गांधी से पहले... यहां अगर कर्नाटक के दोस्त हैं तो वहां बसवन्ना हैं, अगर यहां केरल के दोस्त हैं तो वहां नारायणगुरु हैं, अगर यहां पंजाब के दोस्त हैं तो वहां गुरुनानक जी हैं, बुद्ध हैं, लोगों की लिस्ट है.
उन्होंने कहा कि मैंने डॉक्टर अम्बेडकर का उल्लेख किया... जय भीम... इसलिए लंबी सूची है और अगर आप देखें, अगर आप इन लोगों का सार देखें, तो आप इनमें से किसी को भी ले लें, आप अंबेडकर जी को ले लें, आप महात्मा गांधी को ले लें, आप गुरुनानक जी को ही ले लीजिए, भारत में जितने भी महापुरूष निकले हैं, आप देख सकते हैं कि उनमें कुछ खास गुण हैं. सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण उन्होंने सत्य की खोज और प्रतिनिधित्व किया और उसके लिए संघर्ष किया.
राहुल का अमेरिका से मोदी सरकार पर निशाना
इससे पहले भी राहुल ने यहां एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक, पार्टी सदस्य, अधिकारी और प्रवासी समुदाय के सदस्य एकत्र हुए. कार्यक्रम में न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स भी शामिल थे.
वह अमेरिका बीजेपी और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जमकर घेर रहे हैं. अमेरिका में राहुल गांधी ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद उनकी पार्टी तेलंगाना और अन्य राज्यों के चुनावों में बीजेपी का सफाया कर देगी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ही नहीं, बल्कि भारत के लोग भी बीजेपी की नफरत से भरी विचारधारा को हराने जा रहे हैं.