Gurpatwant Pannu Rahul Gandhi statement: राहुल गांधी की अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मुलाकात पर भारत में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. इस मुलाकात के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं. विवाद तब और बढ़ गया जब खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने राहुल गांधी के बयान को सही बताया. इसके बाद सरकार ने 'सिख फॉर जस्टिस' पर प्रतिबंध को अगले 5 सालों के लिए बढ़ा दिया.


राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और उनके बयानों ने भारत में सुर्खियां बटोरीं. वॉशिंगटन डीसी में आयोजित एक बैठक में, अमेरिकी कांग्रेस के कुछ सदस्य, जिनमें इल्हान उमर भी शामिल थीं. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक चर्चा गर्म हो गई. विपक्षी दल इस मुलाकात को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं और इसे देश की सुरक्षा से जोड़ रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम ने भारतीय राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें विपक्ष और सरकार के बीच तल्खी और बढ़ गई है.


गुरपतवंत पन्नू ने क्या कहा कि मच गया हंगामा?


राहुल गांधी ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा था, "आपको यह समझना होगा कि लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. ये काफी सतही है. लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या किसी सिख को अपनी पगड़ी पहनने या भारत में गुरुद्वारे जाने की अनुमति दी जाएगी. यह सिर्फ सिखों के लिए नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के लिए है. मैं यहां तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र के लोगों को देखता हूं. ये सिर्फ नाम नहीं हैं; वे आपके इतिहास, भाषा और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं."


कांग्रेस नेता के इस बयान पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी के सिखों पर दिए गए बयान की तारीफ की है. उसने कहा कि राहुल गांधी ने साहसिक बयान दिया है. पन्नू ने कहा कि राहुल गांधी का बयान सिख फॉर जस्टिस की अलग खालिस्तान देश की मांग को जायज ठहराता है.


इल्हान उमर से मुलाकात पर बीजेपी ने घेरा


वॉशिंगटन डीसी में मिनसोटा से अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से राहुल गांधी की मुलाकात के बाद देश में हंगामा पसर गया. बीजेपी ने इल्हान उमर को भारत विरोधी बताया है. भारत सरकार ने पहले भी उमर पर पाकिस्तान की हिमायती होने का आरोप लगाया है. इल्हान मूल रूप से सोमालिया की हैं. सोमालिया से पलायन कर उनका परिवार अमरीका में शरणार्थी के तौर पर बस गया था. इल्हान हिजाब पहनने वाली कांग्रेस की पहली नेता हैं.


इल्हान ने पिछले साल भारत-कनाडा विवाद के बीच भी भारत के खिलाफ टिप्पणी की थी. इल्हान उमर साल 2022 में पाकिस्तान जा चुकी हैं. वहां उन्होंने इमरान खान और शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी. इस दौरान वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर भी गई थी. तब भारत सरकार ने इसकी आलोचना की थी और उनके दौरे को पाकिस्तान की ओर प्रायोजित बताया था. साल 2019 में भी उन्हें 9/11 हमले पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.


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