राफेल पर आज फिर संसद में हंगामे के आसार, रक्षा मंत्री ने राहुल को जवाब देते हुए HAL से डील के दस्तावेज दिखाए
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ रुपये का सरकारी ऑर्डर देने के मामले में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर संसद में ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया.
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में राफेल डील पर आज भी हंगामे के आसार हैं. पिछले करीब एक सप्ताह से राफेल, कावेरी जल विवाद समेत अन्य मुद्दों पर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने सामने है. मौजूंदा संसद सत्र का कल आखिरी दिन है. राफेल के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद हर रोज सरकार को कठघरे में खड़े कर रहे हैं. वहीं सरकार भी हर एक आरोपों का जवाब मुखर होकर देने का दावा कर रही है.
रविवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ रुपये का सरकारी ऑर्डर देने के मामले में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर संसद में ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह सदन में अपने बयान के समर्थन में या तो दस्तावेज पेश करें या इस्तीफा दें. रक्षा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि कांग्रेस प्रमुख मुद्दे को पूरी तरह समझे बगैर ही देश को गुमराह कर रहे हैं.
गांधी ने सरकार पर निशाना तब साधा है जब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ‘‘एचएएल के पास एक लाख करोड़ रुपये में से एक भी रुपया नहीं आया है. दावे के विपरीत अब तक एक भी ऑर्डर पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं.’’ मीडिया रिपोर्ट में अपने दावे के समर्थन में एचएएल प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी को कोट किया गया है.
राहुल ने ट्वीट किया,‘‘ जब आप झूठ बोलते हैं, तो उसके समर्थन में आपको और झूठ बोलने पड़ते हैं. राफेल पर प्रधानमंत्री के झूठ का बचाव करने के लिए रक्षा मंत्री ने संसद में झूठ बोला.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कल रक्षा मंत्री संसद में एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये का ऑर्डर देने का दस्तावेज पेश करें या इस्तीफा दें.’’ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राहुल द्वारा आरोप लगाने पर उतर आने की बात करते हुए सीतारमण के दफ्तर ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘ राहुल गांधी को ए बी सी... से शुरू करना चाहिये और इस पर टिप्पणी करने से पहले उन्हें पूरी रिपोर्ट पढ़ने की जरुरत है.
रक्षा मंत्री के कार्यालय के आधिकारिक हैंडल पर सीतारमण ने कहा, ‘‘ शर्म की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष राष्ट्र को गुमराह कर रहे हैं. एचएएल ने 2014 से 2018 के बीच 26,570.8 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और 73,000 करोड़ रुपये के अनुबंधों पर हस्ताक्षर होने हैं. क्या राहुल गांधी सदन के पटल से देश से माफी मांगेंगे ?’’
एक अन्य रिपोर्ट है कि एचएएल को अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए पैसे उधार लेने पड़े. इसी बीच, एचएएल ने ट्वीट किया,‘‘एचएएल पर विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के आलोक में स्पष्ट किया जाता है : एचएएल ने 962 करोड़ रुपये का ओवरड्राफ्ट लिया है. मार्च तक राशि में वृद्धि के अनुमान से रकम की स्थिति सुधरने की आशा है. हल्के लड़ाकू विमान एमके ए (83) और हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों (15) के लिए अनुबंध अंतिम चरण में है.
सीतारमण ने 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से एचएएल को दिये गये सौदों का ब्योरा भी ट्वीट किया. उनके अनुसार भारतीय वायुसेना को 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 49,797 करोड़ रुपये का अनुबंध तकनीकी मूल्यांकन के चरण में है. कामोव का 226 टी हेलीकॉप्टरों के लिए अंतरिम 20000 करोड़ का दूसरा अनुबंध भी इसी चरण में है.
कांग्रेस का दावा- 2018 में एक करोड़ से ज्यादा लोगों के रोजगार-धंधे छूटे
सीतारमण ने यह भी कहा कि मीडिया की रिपोर्ट कहती है कि लोकसभा का रिकार्ड कहता है कि उन्होंने यह दावा नहीं किया कि आर्डर पर दस्तखत हो गये बल्कि कहा कि इनपर काम चल रहा है. सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में राफेल सौदे पर बहस का जवाब देते हुए एचएएल के बारे में टिप्पणी की थी.
कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है कि उसने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे के तहत एचएएल को ऑफसेट अनुबंध से वंचित कर दिया. सरकार इन आरोपों का खंडन किया है. बीजेपी नीत राजग सरकार ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने अपने शासनकाल में एचएएल की मदद नहीं की और सरकार अब रक्षा क्षेत्र के इस सार्वजनिक उपक्रम को मजबूत कर रही है.
गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने सूटबूट दोस्त को मदद पहुंचाने के लिए एचएएल को कमजोर करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यदि सीतारमण संसद में अपने इस दावे की पुष्टि करने में विफल रहती है कि एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये के अनुबंध दिये गये तो कांग्रेस उनके इस्तीफे के लिए दबाव बनाएगी.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार दावा कर रही है कि उसने एचएएल को करोड़ों रुपये के अनुबंध दिये तो उसे अपने कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए उधार क्यों लेना पड़ा. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘झूठ बोलने वाली रक्षा मंत्री के झूठ का पर्दाफाश हो गया. रक्षा मंत्री ने दावा किया था कि एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये की खरीद के ऑर्डर दिए गए हैं. एचएएल का कहना है कि उसे एक पैसा तक नहीं मिला क्योंकि एक भी ऑर्डर पर हस्ताक्षर नहीं किए गए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार, एचएएल वेतन देने के लिए 1000 करोड़ रुपये का कर्ज लेने को मजबूर है.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि रक्षा मंत्री पर लोकसभा में नौटंकी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि संसद के दो दिन रह गये हैं प्रधानमंत्री को प्रश्नों का उत्तर देने की चुनौती है. उधर, गांधी पर प्रहार करते हुए बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन पर संसद और महिला मंत्री की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया.