हैदराबाद: शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तेलंगाना में पार्टी के नेताओं के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति के लिए बैठक की. बैठक में तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी आरसी खुंटिया और तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी भी मौजूद रहे. राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को पार्टी की अंदरूनी रणनीति को मीडिया में न देने की सख्त हिदायत दी है.
बैठक के बाद कांग्रेस नेता आरसी खुंटिया ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी नेताओं से अपने मतभेदों को भुलाने और पार्टी के लिए एकजुट रूप से काम करने के लिए कहा है. अगर किसी नेता को कोई शिकायत है, तो वह निवारण के लिए शीर्ष केंद्रीय और राज्य नेतृत्व से संपर्क कर सकता है. साथ ही राहुल जी ने चेतावनी दी कि किसी परिस्थिति में मीडिया में पार्टी की छवि को खराब न किया जाए.'
सितंबर माह की शुरुआत में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने राज्य विधानसभा को भंग कर दिया, जिससे राज्य में विधानसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं. टीआरएस को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीएस) और वाम पार्टियों से गठबंधन किया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि गठबंधन में रहते हुए कांग्रेस अपनी मजबूत सीटों को नहीं छोड़ेगी.
विशेषज्ञों की माने तो तेलंगाना विधानसभा चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है. हैदराबाद के राजनीति विशेषज्ञ सी नरसिम्हा राव कहते हैं, 'राहुल ने जो चेतावनी दी है उसे तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं को सख्ती से लागू करना चाहिए क्योंकि कांग्रेस तेलंगाना में बहुत कमजोर है. टीआरएस को टक्कर देने के लिए पार्टी नेताओं को अनुशासन में रहने की जरूरत है.
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