Rahul Gandhi: महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस संसद से लेकर सड़क तक केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. बीते कुछ दिनों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कई बार अचानक किसी मार्केट या फिर ऐसी जगहों पर दौरा कर लोगों का हालचाल जाना, जो महंगाई की मार से पीड़ित होते हैं. अब कांग्रेस सांसद ने गिरी नगर के सब्जी मार्केट का दौरा कर, लोगों लोगों से महंगाई के मुद्दे पर बातचीत की.
'कुंभकरण की नींद सो रही सरकार'
कांग्रेस सांसद ने एक्स पर वीडियो पोस्ट कर कहा, "लहसुन कभी ₹40 था, आज 400 रुपये है. बढ़ती महंगाई ने बिगाड़ा आम आदमी की रसोई का बजट - कुंभकरण की नींद सो रही सरकार." वीडियो में राहुल गांधी सब्जीवाले से लहसुन का भाव पूछते नजर आ रहे हैं. दुकानदार ने लहसून का भाव 400 रुपये किलो बताया तो वहां खड़ी महिला ने मुस्कुराते हुए कहा कि सोना सस्ता होगा, लेकिन लहसुन महंगा है. वहीं एक और महिला ने राहुल गांधी को बताय कि शलजम पहले 30-40 रुपये किलो मिल जाते थे, लेकिन आज ये 60 रुपये किलो मिल रहा है.
वीडियो नजर आ रहा है कि राहुल गांधी के साथ खड़ी एक महिला दुकानदार से सब्जी के दाम का मोलभाव करवा रही हैं. इस दौरान राहुल गांधी मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में कांगेस सांसद कुछ महिलाओं के साथ बैठे नजर रहे हैं और इस दौरान सब्जियों के भाव को लेकर चर्चाएं होती है. एक महिला राहुल गांधी को टमाटर दिखाते हुए कहती हैं कि इसका दाम कम है, जिस पर कांग्रेस कांग्रेस सांसद ने तंज कसते हुए कहा, दाम कम इसलिए बता रही हैं, क्योंकि 100 रुपये से कम है.
महिलाओं ने राहुल गांधी को बताईं अपनी समस्याएं
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महिलाओं से पूछा, "हर साल महंगाई बढ़ती ही जा रही है. इससे आप लोगों पर प्रेशर पड़ता होगा. इस पर महिलाओं ने कहा, "हमें बहुत कटौती करनी पड़ती है. सैलरी जो हर साल बढ़ती थी, अब दो-तीन साल से ऐसा नहीं हो रहा है. हमारी सैलरी कई सालों से वहीं की वहीं है." एक वृद्ध महिला ने राहुल गांधी के बताया कि घर किराया देना, बाल-बच्चों का खर्च सहित कई खर्चे हैं, इतनी महंगाई में कैसे गजारा होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे में तो लोगों पर कर्ज हो ही जाता है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महिलाओं ने पूछा कि जीएसटी से बाद महंगाई बढ़ी है. इस उन्होंने जवाब दिया, "थोक बाजार में अगर कोई चीज लेने जा रहे हैं तो हम उन्हें ऑनलाइन पेमेंट देने की बात करते हैं तो वो मना कर देते हैं. दुकानदार कहते हैं कि वे ऑनलाइन नहीं लेंगे, क्योंकि हमें जीएसटी पड़ जाएगी."
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