कर्नाटक चुनाव के बीच राहुल गांधी का इंटरव्यू, कहा- ये देश मोदी को सहन नहीं करेगा
रव्यू के जरिए राहुल गांधी ने देवगौड़ा पर भी डोरे डाले हैं. राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने कभी देवेगौड़ा पर हमला नहीं किया है. देवेगौड़ा देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से फिर कर्नाटक के दो दिन के दौरे पर हैं. राहुल गांधी का कर्नाटक में आठवां दौरा है. 2019 में पीएम मोदी को सत्ता से बेदखल करने का सपना देख रहे राहुल गांधी के लिए कर्नाटक का रण बेहद अहम है. कर्नाटक में धुआंधार प्रचार कर रहे राहुल गांधी ने अंग्रेजी अखबार डेक्कन हेरल्ड अखबार को इंटरव्यू दिया है. हम आपको इस इंटरव्यू के कुछ खास सवाल-जवाब बता रहे हैं.
सवाल: आप इस राष्ट्रवाद का मुकाबला करने में कितने विश्वस्त हैं? राहुल गांधी का जवाब: नागपुर-आरएसएस के संकीर्ण राष्ट्रवाद को देश पर थोपने के खिलाफ काफी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं. कर्नाटक के दौरे पर यही बात लोग मुझे बता रहे हैं. ये कर्नाटक की आवाज है. ये पूरा चुनाव कर्नाटक की आवाज बनाम आरएसएस के विचार बनाम नरेंद्र मोदी के भारतीय होने की सोच के खिलाफ है. स्वाभाविक रूप से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जैसा गुजरात में हुआ. ये कर्नाटक में भी है. ये पूरे देश में है. ये देश नरेंद्र मोदी या किसी ऐसे ही दूसरे को सहन नहीं करेगा जो ये समझते हैं कि देश को उनके मुताबिक होना चाहिए.
सवाल: युवाओं ने 2014 में मोदी को बड़े पैमाने पर वोट दिया, क्या वो कांग्रेस की तरफ लौट रहे हैं, कर्नाटक से क्या संकेत मिल रहे हैं? राहुल गांधी का जवाब: युवाओं को वादा किया गया था कि दो करोड़ रोजगार नरेंद्र मोदी उन्हें हर साल उपलब्ध कराएंगे. जबकि पिछले आठ साल में नरेंद्र मोदी सरकार का नौकरियां देने का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है. ये उनकी सरकार के ही आंकड़े हैं.'' उन्होंने कहा, ''युवा एक बात को लेकर बिल्कुल साफ हैं कि नरेंद्र मोदी ने चार साल बाद भी उनके लिए कुछ नहीं किया है. कर्नाटक में हमने दिखाया है कि नौकरी देने के मामले में हमारा रिकॉर्ड देश भर से बेहतर है. इसे खुद मोदी भी मानते हैं. उनके लोग मान रहे हैं कि कर्नाटक नौकरियां देने के मामले में देश भर में नंबर वन पर है.
सवाल: कांग्रेस भी सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड खेल रही है. दूसरे धर्मों के लोग कांग्रेस की बातों पर यकीन क्यों करें? राहुल गांधी का जवाब: मेरा मानना है कि अगर कोई मुझे बुलाता है, जाति-धर्म अल्पसंख्यक, हिंदू मायने नहीं रखता. अगर वो मुझे बुलाता है और अपनी आस्था, सम्मान की चीजों से मेरा परिचय करवाता है, मैं जाऊंगा. मैं दूसरों के विचारों का सम्मान करता हूं. मैं कर्नाटक में मस्जिद गया, मंदिर गया. गुजरात में गुरुद्वारे गया.
सवाल: आप जेडीएस और उनके नेता एच डी देवेगौड़ा के बारे में क्या सोचते हैं? जिनपर आप सार्वजनिक रूप से हमला कर रहे हैं. राहुल का जवाब: मैंने कभी देवेगौड़ा पर हमला नहीं किया है. देवेगौड़ा देश के प्राइम मिनिस्टर रह चुके हैं. मेरे मन में उनके लिए व्यक्तिगत तौर पर कोई नाराजगी नहीं है और ना ही उन पर व्यक्तिगत तौर पर हमला कर रहा हूं. ये एक सीधी सी बात कह रहा हूं. कर्नाटक में लड़ाई बीजेपी की विचारधारा और कांग्रेस की विचारधारा के बीच है. देवेगौड़ा को साफ बताना होगा. कर्नाटक के लोगों को बताना होगा कि वो किस तरफ हैं.
सवाल: कांग्रेस सिर्फ कुछ राज्यों में सीमित रह गई है, क्यों? राहुल गांधी का जवाब: हमारे पास देश के बीस फीसदी वोट हैं, ये बहुत बड़ा समर्थन है. हम यहां दस साल सत्ता में रहे. दस साल राष्ट्रीय स्तर पर बडा वक्त होता है. हमने गलतियां कीं. हमारे वक्त में आर्थिक माहौल काफी खराब था. उस समय जबरदस्त तूफान उठा था और हम चुनाव हार गए. हमने काफी आत्मचिंतन किया है. हम नया नेतृत्व खड़ा करने पर काम कर रहे हैं. हम कांग्रेस में और लोगों को ला रहे हैं. हमें विश्वास है कि कांग्रेस आने वाले वक्त में हैरतअंगेज रूप से अपना विस्तार करेगी.