नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव पर सदन के अंदर जमकर आरोपों-प्रत्यारोपों की बरसात हो रही है. इस बौछार के बाद राहुल गांधी ने 10 कदम पीएम की ओर बढ़ाए और बन गयी सियासत की आज की सबसे दिलचस्प तस्वीर. राहुल गांधी ने कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार पर हमला बोला. इस हमले के सारे तीर सीधे अपने ठीक सामने बैठे प्रधानमंत्री पर बरसाए. अपना भाषण उन्होंने खुद को गुस्से और नफरत से दूर रहने वाला बताते हुए खत्म किया. भाषण खत्म करने के बाद राहुल गांधी को अपनी जगह बैठना था लेकिन वो अपोजिशन बेंच से ट्रेजरी बेंच की ओर बढ़े. सीधे प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे और झुककर उनके गले लग गए. हमेशा दूसरों को चौंकाने वाले प्रधानमंत्री मोदी राहुल गांधी के इस अंदाज से थोड़ा चौंक गए. राहुल गांधी उनके पास पहुंचते हुए कुछ इशारे कर रहे थे लेकिन पीएम को शायद इसकी उम्मीद नहीं थी.


राहुल के उनके गले लगते ही पीएम को समझ आ गया कि ये तस्वीर राजनीति की ऐतिहासिक तस्वीर बन चुकी है. पीएम गले मिल कर अपनी सीट की तरफ मुड़ चुके राहुल को तुंरत अपने पास बुलाया और पीठ थपथपायी. हालांकि उन 10 कदमों और 10 सेकंड में लोकसभा के अंदर एक ऐसी सियासी तस्वीर बनी जो शायद सत्ता पक्ष को कभी पसंद नही आएगी. राहुल गांधी के वापस अपनी सीट पर पहुंचते ही अकाली दल की हरसिमरत कौर ने इसपर आपत्ति जता दी. कहा कि ये जादू की झप्पी का गलियारा नहीं बल्कि सदन है.


गले मिलने के बाद राहुल गांधी ने अपनी सीट पर बैठे हुए अपनी पार्टी के साथियों को आंख दबा कर इशारा किया. वो इशारा अपने आप में राहुल के गले मिलने पूरी कहानी बयान कर रहा था. गृहमंत्री के भाषण के दौरान स्थगित होने के बाद जब सदन की कार्यवाही साढ़े चार बजे दुबारा शुरू हुई तो स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इसपर अपनी नाराजगी जतायी. उन्होंने राहुल गांधी के इस अंदाज को सदन और पीएम की गरिमा के खिलाफ बताया. स्पीकर ने कहा कि गले लगाने के बाद राहुल ने जिस तरह आंख मारी वो पूरी घटना सही नहीं थी.


राहुल गांधी के इस तरह पीएम को गले लगाने पर सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हुई. जादू की झप्पी मोमेंट पर किसी ने समर्थन कर तो किसी ने विरोध कर खूब मजे लिए. सदन के अंदर ऐसा कर राहुल गांधी ने सही किया या गलत किया, इसपर बहस होती रहेगी. लेकिन इस बात से कोई इंकार नही करेगा कि ये आज की सबसे दिलचस्प सियासी तस्वीर रही.