नई दिल्ली:  कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही राहुल गांधी को गुजरात और हिमाचल में हार का मुंह देखना पड़ा है. लेकिन राहुल गांधी इस हार विचलित नहीं दिख रहे. राहुल गांधी ने कहा है कि हम हथियार नहीं डाल रहे. अब 2018 के चुनाव में मुकाबला होगा.

राहुल गांधी ने कल ट्वीट कर लिखा, ‘’कांग्रेस गुजरात और हिमाचल में जनता के फैसले का सम्मान करती है और नई सरकारों को शुभकामनाएं देती है, गुजरात और हिमाचल की जनता ने जो प्यार दिया उसके लिए तहेदिल से शुक्रिया.''



राहुल गांधी हार के बाद सामने तो नहीं आए लेकिन ट्विटर के जरिए उन्होंने संदेश दे दिया कि कांग्रेस ने अब तक हथियार नहीं डाले हैं. कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही राहुल गांधी को गुजरात और हिमाचल में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन बतौर अध्यक्ष वो पहला चुनाव अगले साल लड़ेंगे. साल 2018 में 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं. ये राज्य हैं मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, मेघालय,मिजोरम और नागालैंड.

कांग्रेस पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में सुधरे हुए प्रदर्शन को पार्टी नैतिक जीत के रूप में देख रही है. दरअसल गुजरात में राहुल की हार में जीत इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि गुजरात में कांग्रेस की सीटों में बढ़ोतरी हुई है.

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 17 विधानसभा सीटों पर आगे थी जिसे राहुल गांधी अपने दम पर आगे ले गए. राहुल गांधी के मुकाबले पीएम मोदी समेत बीजेपी के कई दिग्गज प्रचार में जुटे थे. पहले चरण तक राहुल बीजेपी पर हावी थे, लेकिन मणिशंकर अय्यर के नीच वाले बयान से झटका लगा.

राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी सुधरे हुए प्रदर्शन को आधार बनाकर नए सिरे से लड़ाई की तैयारी में है. ऐसे में मोदी सरकार की सहयोगी शिवसेना से भी राहुल के लिए राहत की खबर आई. शिवसेना ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कांग्रेस को गुजरात में असली विजेता बताया.

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