नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर लोगों को गुमराह करने और दंगा भड़काने का आरोप लगाया. शाह ने कहा, ''मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं...क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं जो दिल्ली में दंगे करवाए?''


बीजेपी के पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ''विपक्षी कहते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं होते. केजरीवाल, राहुल, सोनिया गांधी जी देख लें कि बीते दिनों ही ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थल पर हमला करके सिख भाइयों को आतंकित करने का काम पाकिस्तान ने किया है.'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नागरिकता संशोधन कानून लाए तो कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने इसका भी विरोध किया. मोदी जी पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता देने जा रहे हैं तो दलित विरोधी केजरीवाल, राहुल गांधी इसका विरोध कर रहे हैं.


शाह ने आरोप लगाया कि केजरीवाल, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने विशेषकर जनता को गुमराह किया और दंगा भड़काने का काम किया है. शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी दिल्ली में चुनाव जीतेगी और सरकार बनायेगी. विपक्षी करते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं होते. उन्होंने जोर दिया कि बीजेपी के लिये चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है जबकि बाकी पार्टियों के लिए यह सत्ता प्राप्त करने का साधन है.


बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि हमने कहा था कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करेंगे और नरेन्द्र मोदी ने अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की शुरुआत कर दी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता को झांसा सिर्फ एक बार दिया जा सकता है, बार-बार नहीं और एक बार केजरीवाल ने झांसा दे दिया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी अखबारों में अपनी फोटो वाले विज्ञापन देकर बधाई देने की बजाए यह बताएं कि उन्होंने कौन सा काम पूरा कर लिया है.


अमित शाह ने सवाल किया कि दिल्ली में 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगने थे, लेकिन नहीं लगे. अनुबंधित शिक्षकों-कर्मचारियों को पक्का करना था, वो नहीं किया. और हम जो देना चाहते थे उसमें भी केजरीवाल रुकावट बने हैं. दिल्ली की जनता अब इन्हें जान चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में 20 कॉलेज बनाने, 5000 से ज्यादा स्कूल बनाने का वादा किया था लेकिन ये वादा पूरा नहीं हुआ. शाह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने हर पीड़ित को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया और दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे डालने का काम किया है. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ''बीजेपी को चुनाव सभाओं से नहीं लड़ना है, बल्कि घर-घर जाकर लड़ना है. मोहल्ला मीटिंग करके लड़ना है. इस मोहल्ला मीटिंग की शुरुआत मैं ही करने जा रहा हूं और पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली में घर-घर जाकर हमारी नीतियां जनता तक पहुंचाना है.''


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