Agnipath Scheme: भारत में बीते मंगलवार यानी 14 जून 2022 को सालों से चली आ रही पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है. सरकार ने इस योजना को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए इसका नाम अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) दिया है. इस स्कीम को तहत अब सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों की अवधी चार साल होगी. सैनिकों की यह भर्ती कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर की जाएगी. वहीं सेलेक्शन के लिए सैनिकों की उम्र की सीमा 17.5 साल से 21 साल के बीच रखी गई है. इन्हें 'अग्निवीर' (Agniveer) नाम दिया जाएगा.
एक तरफ जहां सरकार दावा कर रही है कि इस योजना से तीनों सशस्त्र सेनाओं में बड़ा बदलाव आयेगा. वहीं दूसरी तरफ इस फैसले को लेकर देश के अलग अलग राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं. अग्निपथ योजना को लेकर बिहार से शुरू हुआ विरोध अब यूपी (UP), दिल्ली सहित हरियाणा तक पहुंच चुका है. उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.
राहुल गांधी ने साधा केंद्र पर निशाना
इसी कड़ी में कई विपक्षी नेताओं ने भी अपना विरोध जताते हुए बाजेपी सरकार को कटघड़े में उतारा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई डायरेक्ट भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान, देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे 'अग्निपथ' पर चला कर इनके संयम की 'अग्निपरीक्षा' मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी.
सवाल करतीं नजर आईं प्रियंका गांधी
वहीं प्रियंका गांधी ने भी सरकार के इस नए योजना को मनमानीपूर्ण फैसला बताया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की आंखों में देशसेवा, माँ-बाप की सेवा, घर परिवार और भविष्य के तमाम सपने होते हैं. नई सेना भर्ती योजना उन्हें क्या देगी? 4 साल बाद न हाथ में नौकरी की गारंटी, न पेंशन की सुविधा= नो रैंक, नो पेंशन. नरेंद्र मोदी जी युवाओं के सपनों को मत कुचलिए.
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
उधर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है. सैन्य भर्ती को लेकर जो ख़ानापूर्ति करनेवाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा.‘अग्निपथ’ से पथ पर अग्नि न हो.
उन्होंने एक और वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि देश के भावी सैन्य बलों पर बल का दुरुपयोग करके भाजपा सरकार युवाओं का मनोबल गिरा रही है. ‘भारत माता’ का उद्घोष झूठे दिखावे का नहीं; सच्ची देशभक्ति का प्रतीक होना चाहिए. सेना का ठेकेदारीकरण देश और सच्चे देश भक्त युवाओं के लिए विश्वासघात के समान है. फ़ौज आउटसोर्स का विषय नहीं है.
मायावती ने केंद्र को घेरा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने भी 'अग्निपथ’योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. मायावती ने बीते बुधवार को कईं ट्वीट करते हुए कहा कि, "सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली ‘अग्निवीर’ नई भर्ती योजना शुरू की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है. वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा कि इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है.
मायावती ने ट्वीट थ्रेड में आगे कहा, 'देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है. सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह माँग.
केजरीवाल ने केंद्र से की अपील
केजरीवाल ने भी सेना भर्ती के नए योजना पर सवाल उठाते हुए ट्वीट कर कहा,' सेना भर्ती में केंद्र सरकार की नई योजना का देश में हर तरफ़ विरोध हो रहा है. युवा बहुत नाराज़ हैं. उनकी माँग एकदम सही हैं. सेना हमारे देश की शान है, हमारे युवा अपना पूरा जीवन देश को देना चाहते हैं, उनके सपनों को 4 साल में बांधकर मत रखिए.
उन्होंने आगे कहा, 'केंद्र सरकार से अपील- युवाओं को 4 साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए. पिछले दो साल सेना में भर्तियाँ ना होने की वजह से जो overage हो गए, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए.
चंद्रशेखर आजाद ने किया ट्वीट
भीम आर्मी भारत एकता मिशन (Bhim Army Bharat Ekta Mission) और आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सेना में चार साल की अस्थाई नौकरी की घोषणा से देश भर के नौजवानो मे निराशा और आक्रोश. "अग्निपथ योजना" से सेना, नौजवान और राष्ट्र सुरक्षा तीनो का भविष्य अनिश्चित हो जायेगा. सरकार का ये फैसला आग से खेलने के समान है. सरकार ये आत्मघाती फैसला तत्काल वापस ले. वरना देशव्यापी आंदोलन होगा.
उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी सरकार कान खोलकर सुन लो, देश की सुरक्षा व युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा। "अग्निपथ योजना" तत्काल वापस लो. याद रहे मोदी जी, युवा जब-जब बोला है. राज सिहांसन डोला है.'
असदुद्दीन ओवैसी ने किया ट्वीट
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, 'अग्निपथ योजना से बेरोज़गारी में कमी नहीं आएगी बल्कि उसमें इज़ाफ़ा होगा. पाकिस्तान से आतंक का मसला अभी हल नहीं हुआ है, और दूसरी ओर चीन हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर चुका है. हमारी सेना आपके ‘स्कीम’ और ‘ब्रेन वेव’ की प्रयोगशाला नहीं है. ये योजना देश-हित में नहीं है.
तेजस्वी ने किया कटाक्ष
अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ बिहार में जगह-जगह विरोध हो रहा है. कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है. इन सबके बीच बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) का बिहार में जगह-जगह विरोध हो रहा है. कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है. इन सबके बीच बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक बार फिर सरकार की इस योजना पर कटाक्ष किया है.'
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