राफेल डील
राहुल का आरोप- ''हमारी यूपीए की डील में राफेल हवाई जहाज का दाम 520 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज था. पता नहीं क्या हुआ किससे बात हुई, प्रधानमंत्री जी फ्रांस गए, वहां किसके साथ गए पूरा देश जानता है. इसके बाद जादू से हवाई जहाज का दाम 1600 करोड़ रुपये हो गया. रक्षा मंत्री यहां बैठीं हैं, उन्होंने पहले कहा कि मैं देश को जहाज का दाम बताउंगी. इसके बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं यह आंकड़ा नहीं दे सकती हूं क्योंकि फ्रांस की सरकार और देश की सरकार के बीच एक गोपनीय समझौता है. मैं खुद फ्रांस के राष्ट्रपति से मिला और मैंने उनसे ये पूछा कि क्या ऐसा कोई समझौता फ्रांस और भारत की सरकार में है? फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. उन्होंने मुझे कहा कि अगर आप पूरे देश को बताते हैं तो हमें कोई ऐतराज नहीं है. प्रधानमंत्री के दबाव में आकर निर्मला सीतारमण जी ने देश से झूठ बोला है.''
पीएम मोदी का जवाब- ‘’जो लोग इतने साल सत्ता में रहे हैं वो बिना किसी बात, बिना किसी सबूत के चीख-चिल्ला कर अपना झूठ सच बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन देश की जनता इसे जान चुकी है और ऐसे लोगों को उनकी राह दिखाएगी. सत्य का गला घोंटने की कोशिश की जा रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर गलत बयान दिए जा रहे हैं. दो जिम्मेदार सरकारों के बीच सौदा है, दो कारोबारी पार्टियों के बीच नहीं.की सुरक्षा के मुद्दे पर तो यह बचकाना रवैया नहीं अपनाएं.यह समझौता जिम्मेदार सरकारों के बीच और पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ.’’
डोकलाम
राहुल का आरोप- विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘’प्रधानमंत्री ने गुजरात में नदी के किनारे चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूला था. उसके बाद चीन के राष्ट्रपति चीन गये और हजार सैनिक डोकलाम में थे. उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी चीन जाते हैं और बिना एजेंडा के चीन के राष्ट्रपति से कहते हैं कि हम यहां डोकलाम की बात नहीं उठायेंगे. ये बिना एजेंडा नहीं था चीन का एजेंडा था.’’
पीएम मोदी का जवाब- ''यहां पर डोकलाम की चर्चा हुई, मैं मानता हूं कि जिस विषय की जानकारी नहीं है कभी-कभी उस पर बोलने से बात उल्टी पड़ जाती है. इससे व्यक्ति का नुकसान कम और देश का नुकसान ज्यादा होता है. जब सारा देश, सारा तंत्र एकजुट होकर डोकलाम के विषय पर अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल रहा था तब वे (राहुल गांधी) चीन के राजदूत के साथ बैठते हैं...बाद में कभी ना तो कभी हां. कोई कहता था मिले, कोई कहता था नहीं मिले. कांग्रेस प्रवक्ता ने तो पहले साफ मना किया कि उनके नेता चीनी राजदूत से नहीं मिले लेकिन फिर एक प्रेस विज्ञप्ति आ गई. फिर कांग्रेस बोलने को मजबूर हो गई कि हां मुलाकात हुई थी.’’
किसान
राहुल का आरोप- सरकार में दलित, किसान, आदिवासी, अल्पसंख्यक, युवा और महिलाएं सब ठगा महसूस कर रहे हैं. मोदी सरकार को किसानों का कर्जा माफ करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने करोड़पतियों के कर्जे माफ कर दिए. प्रधानमंत्री ने किसानों को नजरंदाज करते हुए अपने कारोबारी मित्रों को फायदा पहुंचाया है.
पीएम मोदी का जवाब- "हमारी सरकार देश के किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने के लिए काम कर रही है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं. देशभर में 15 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है, लेकिन विपक्ष को इस पर भी विश्वास नहीं हो रहा है. हमारी सरकार ने यूरिया की कमी नहीं होने दी लेकिन इस पर भी विपक्ष को विश्वास नहीं है. जनधन योजना के तहत 32 करोड़ बैंक खाते खोले गए और उज्जवला योजना के तहत 4.5 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया."
रोजगार
राहुल का आरोप- ‘’लोकसभा में बोल रहे है राहुल गांधी, कहा 15 लाख रुपए औऱ रोजगार देने का वादा सिर्फ जुमला है. प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं रोज़गार की बात करते हैं. कभी कहते हैं पकौड़े बनाओ कभी कहते हैं दुकान खोलो. रोज़गार कौन लायेगा? हिन्दुस्तान के युवाओं ने प्रधानमंत्री जी पर भरोसा किया था। अपने भाषण में प्रधानमंत्री जी ने कहा था हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोज़गार दूंगा.’’
पीएम मोदी का जवाब- सरकार के सभी क्षेत्रों का कुल मिलाकर आंकड़ा देखा जाए तो पिछले 1 साल में 1 करोड़ लोगों को रोजगार केंद्र सरकार ने दिया है और इसीलिए मेरा आग्रह है कि देश को गुमराह करने का काम बंद किया जाए. ये एक स्वतंत्र एजेंसी के हवाले से मैं कह रहा हूं न कि सरकार के दिए गए आंकड़ों के हिसाब से. इन पर विश्वास करिए और देश में रोजगार की कमी के नाम पर झूठ फैलाना बंद करें.
'नजर नहीं मिला सकते पीएम
राहुल का आरोप- ''पूरे देश ने अभी देखा है कि मैंने प्रधानमंत्री के बारे में साफ-साफ बोला है और प्रधानमंत्री (सामने बैठ पीएम की तरफ इशारा करते हुए) मुझसे नज़र नहीं मिला रहे हैं. ये सच्चाई है; ‘चौकीदार नहीं, भागीदार है’ देश को ये बात समझ में आ गयी है.''
पीएम मोदी का जवाब- ‘‘एक गरीब मां का बेटा, पिछड़ी जाति से आने वाला नरेन्द्र मोदी ऐसा साहस कैसे कर सकता है ?’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने देखा है कि आंखों में आंख डालने पर सुभाष चंद्र बोस के साथ क्या हुआ, चौधरी चरण सिंह के साथ क्या हुआ, जय प्रकाश नारायण के साथ क्या हुआ, मोरारजी देसाई के साथ क्या हुआ, सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ क्या हुआ ?’’
जीएसटी- नोटबंदी
राहुल गांधी का आरोप- ‘’कांग्रेस जीएसटी लेकर आयी थी और गुजरात के मुख्यमंत्री ने विरोध किया था। हम चाहते थे पेट्रोल और डीजल जीएसटी में हो. जो छोटे-छोटे दुकानदारों के दिल में है, किसानों के दिल में है वो प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंचता. जियो के विज्ञापन पर प्रधानमंत्री का फोटो आ सकता है और उन शक्तियों की प्रधानमंत्री जी मदद करते हैं. 10-20 बिजनेसमैन हैं उनके लिए काम करते हैं. गरीबों-मजदूरों के लिए इनके दिल में कोई जगह नहीं है.’’
पीएम मोदी का जवाब- ‘’जीएसटी का विषय इतने सालों तक किसने अटका रखा था और ये कहा गया कि गुजरात के मुख्यमंत्री ने इसे रोक रखा था. मेरा पहले का बयान मिल जाएगा, जिसमें मैंने कहा था कि राज्यों के हितों का ख्याल रखे बिना जीएसटी को लागू नहीं किया जा सकता है. अगर कांग्रेस ने राज्यों के हितों का ध्यान रखा जाता तो जीएसटी पांच साल पहले लागू हो जाता. नोटबंदी के बाद भी देश के कई राज्यों में बीजेपी की सरकार बनी है और इससे साफ होता है कि देश की जनता ने नोटबंदी को स्वीकार किया है.’’
यह भी पढ़ें-
पहली अग्निपरीक्षा में पीएम मोदी पास: विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिरा, सरकार को मिले 325 वोट
लोकसभा में राहुल ने पीएम को लगाया गले, देशभर के अखबारों ने कुछ यूं बनाई सुर्खियां
अविश्वास प्रस्ताव: शिवसेना ने कहा- राहुल गांधी ने पीएम मोदी को झप्पी नहीं झटका दिया है
'जादू की झप्पी' पर पीएम मोदी का निशाना, कहा- राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने की जल्दी है