ठाणे: महाराष्ट्र के रायगढ़ में एक पांच मंजिला इमारत गिरने से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. मलबे से एक के बाद एक शव निकल रहे थे और ऐसे में चार साल के मासूम के जिंदा मिला था. अब इस बच्चे की देखरेख और इसकी पढ़ाई का खर्चा महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री एकनाथ शिंदे करेंगे. इस मलबे में एक दिन पहले एक और चार साल का बच्चा भी मिला था. इसका देखरेख और पढ़ाई का खर्च भी एकनाथ शिंदे करेंगे.
इन दोनों ही बच्चों के मां-बाप की इमारत के मलबे दबकर मौत हो गई थी. एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि वह महाड में इमारत ढहने की घटना में अपने परिवार को खो चुके चार साल के दो बच्चों की देखभाल करेंगे. उनमें से एक मोहम्मद बांगी नाम के बच्चे को 18 घंटे के बाद इमारत के मलबे से जिंदा बाहर निकाला गया था. इस हादसे में उसकी मां और भाई-बहन की मौत हो गई.
NDRF के मुताबिक बांगी पिलर के नजदीक था इसलिए उस पर मलबा नहीं गिरा. फिलहाल, बच्चे की हालत ठीक है. उसे एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती किया गया है. रेस्क्यू के दौरान दो जवानों ने बच्चे को देखा और उसे बाहर निकाला. बच्चे के माता-पिता के बारे में अभी कुछ भी पता नहीं चला है.
शिंदे ने कहा कि उनके परिवार द्वारा संचालित एक संस्था दोनों बच्चों की शिक्षा का ध्यान रखेगी. बता दें कि रायगढ़ जिले के महाड कस्बे में तारिक गार्डेन स्थित पांच मंजिला आवासीय इमारत सोमवार शाम को ढह गई थी. इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो चुकी है।