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मुंबई में भारी बारिश से रेल और सड़क यातायात बाधित, पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव
मुंबई में बुधवार को भारी बारिश हुई जिससे रेल की पटरियों और सड़कों पर जलभराव के कारण लोकल ट्रेन और बस सेवाएं बाधित हो गई.
![मुंबई में भारी बारिश से रेल और सड़क यातायात बाधित, पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव Rail and road traffic disrupted due to heavy rains in Mumbai मुंबई में भारी बारिश से रेल और सड़क यातायात बाधित, पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/08/06055355/2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
मुंबई: महाराष्ट्र में मुंबई और पड़ोसी जिलों ठाणे और पालघर में बुधवार को भारी बारिश हुई, जिससे रेल की पटरियों और सड़कों पर जलभराव के कारण लोकल ट्रेन और बस सेवाएं बाधित हो गईं. मुंबई के चेंबूर, परेल, हिंदमाता, वडाला और अन्य क्षेत्रों के निचले इलाकों में जलभराव की खबरें हैं. पालघर में सुबह भारी बारिश के कारण पश्चिमी रेलवे मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही.
पश्चिमी रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि दो घंटों में 266 मिमी. बारिश के कारण सुबह पांच बजकर 40 मिनट से सात बजकर 10 मिनट तक पालघर में ट्रेनों की आवाजाही ‘‘मामूली रूप से बाधित’’ रही और इसके चलते कुछ ही ट्रेनें चलाई गई. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक पालघर स्टेशन पर पटरियों में जलभराव के कारण उपनगरीय सेवाओं को रोक दिया गया.
बहरहाल ठाकुर ने बताया कि विभिन्न उपनगरों में भारी बारिश के बावजूद पश्चिमी रेलवे उपनगर सेवाएं चर्चगेट और डहाणू रोड के बीच सामान्य रूप से चल रही हैं. सूत्रों ने बताया कि सायन और कुर्ला इलाकों में पटरियों पर जलभराव हो गया है और ट्रेनें देरी से चल रही हैं.
मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से कसारा (ठाणे), खोपोली (रायगढ़), पनवेल (नवी मुंबई) और गोरेगांव तक उनकी उपनगरीय सेवाएं भारी बारिश के बावजूद चल रही हैं. वहीं मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे दोनों आवश्यक और आपात सेवाओं में काम कर रहे लोगों के लिए हर रोज करीब 350 विशेष ट्रेनें चला रहे हैं.
जलभराव के कारण बस सेवाएं भी हुईं प्रभावित
बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट) की बस सेवाएं भी कुछ सड़कों पर जलभराव के कारण प्रभावित हुई हैं. बेस्ट के एक प्रवक्ता ने बताया कि ठाणे जिले में दो स्थानों समेत 30 से अधिक मार्गों पर सुबह नौ बजे तक उनकी बसों का मार्ग बदला गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र के उप महानिदेशक के एस होसलीकर ने बताया कि पालघर के डहाणू में स्थित मौसम केंद्र ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे तक 12 घंटों में 364 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की. विभाग ने दिन में और तेज बारिश का अनुमान जताया है. होसलीकर ने बताया कि ठाणे के भयंदर में मौसम केंद्र ने 169 मिमी. बारिश दर्ज की जबकि इसी अवधि के दौरान मीरा रोड स्थित केंद्र ने 159 मिमी. बारिश दर्ज की.
आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र (एमएमआर) के तहत आने वाले ठाणे शहर, डोम्बिवली और कल्याण इलाकों में इस दौरान 120 मिमी. से अधिक बारिश हुई. मुंबई शहर और बांद्रा तथा कुर्ला जैसे उपनगरों में पिछले 12 घंटों के दौरान 30 मिमी से 70 मिमी तक बारिश दर्ज की गई. होसलीकर ने ट्वीट किया, ‘‘बादलों की गतिविधि से पता चलता है कि बुधवार को एक और दिन तेज बारिश होगी.’’
आज भी इन इलाको में हो सकती है भारी बारिश
होसलीकर ने कहा कि पूरे कोंकण क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. ठाणे, मुंबई और पालघर समेत उत्तरी कोंकण में अधिक बारिश हो सकती है. उन्होंने बताया कि दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और मराठावाड़ा क्षेत्र में भी बहुत भारी बारिश की संभावना है.
होसलीकर ने कहा, ‘‘आईएमडी के अनुमान के मुताबिक उत्तर खाड़ी में मंगलवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने से अरब सागर में निचले स्तर पर चलने वाली दक्षिणी हवाएं और तेज हो गई हैं. इससे मुंबई में और उसके आसपास भारी से बहुत भारी बारिश हुई है.’’
गणेश उत्सव तक नहीं होगी पानी में कटौती
बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि मंगलवार रात से पश्चिमी उपनगरों में 82.43 मिमी बारिश हुई. इसके बाद पूर्वी उपनगरों में 69.11 मिमी. बारिश हुई. आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे शहर में पिछले 24 घंटों में 59 मिमी. बारिश हुई तथा अगले दो दिनों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. चार बांधों वरसगांव, खडकवासला, पानशेत और टेमघर के डूब वाले इलाकों में अच्छी बारिश हुई. ये बांध शहर में पानी की आपूर्ति करते हैं.
पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि चूंकि आईएमडी ने अच्छी बारिश का अनुमान जताया है तो शहर में 22 अगस्त से शुरू हो रहे गणेश उत्सव तक पानी की आपूर्ति में कोई कटौती न होने की संभावना है. जिला प्रशासन ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र में कोयना बांध से 1,139 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और कोल्हापुर जिले में पंचगंगा नदी पर कम से कम 80 बंधिकाएं डूब गईं.
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