Akshardham Express: अब अक्षरधाम एक्सप्रेस होगा अहमदाबाद-दिल्ली संपर्क क्रांति का नाम, रेल मंत्री ने किया एलान
Indian Railway: रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज को श्रद्धांजलि स्वरूप दिल्ली से अहमदाबाद को जोड़ने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का नाम जल्द अक्षरधाम एक्सप्रेस किया जाएगा.
Sampark Kranti Train Will be Now Akshardham Express: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को रेल से जुड़ा एक ऐलान किया. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद से दिल्ली के बीच चलने वाली संपर्क क्रांति का नाम अब अक्षरधाम एक्सप्रेस होगा. नाम बदलने का यह फैसला बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था के आध्यात्मिक गुरु प्रमुख स्वामी महाराज को श्रद्धांजलि देने के तौर पर किया गया है. उन्होंने यह घोषणा बीएपीएस स्वामिनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी के एक महीने तक चलने वाली शताब्दी समारोह के तहत की है. इस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीएपीएस के मौजूदा प्रमुख महंत स्वामी महाराज ने 14 दिसंबर को की थी.
बीएपीएस संप्रदाय के मानवीय कार्यों को सराहा
अहमदाबाद शहर के बाहरी हिस्से में 600 एकड़ में स्थापित प्रमुख स्वामी महाराज नगर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए वैष्णव ने कहा, "प्रमुख स्वामी महाराज को श्रद्धांजलि स्वरूप दिल्ली से अहमदाबाद को जोड़ने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का नाम जल्द अक्षरधाम एक्सप्रेस किया जाएगा." वैष्णव ने बीएपीएस के मौजूदा महंत स्वामी महाराज का आशीर्वाद लिया और संप्रदाय के मानवीय कार्यों की प्रशंसा की.
28 वर्ष की उम्र में ही बन गए थे बीएपीएस के चीफ
गौरतलब है कि प्रमुख स्वामी महाराज का जन्म 7 दिसंबर 1921 को वड़ोदरा जिले में पादरा तहसील के चाणसद गांव में हुआ था. स्वामी महाराज बाल अवस्था से ही आध्यात्म की ओर निकल पड़े थे. वह शास्त्री महाराज के शिष्य बने और 10 जनवरी 1940 को नारायणस्वरूपदासजी के रूप में उनका आध्यात्मिक सफर शुरू हुआ. वर्ष 1950 में महज 28 वर्ष की उम्र में ही उन्हें बीएपीएस के प्रमुख का पद मिल गया था.
यही नहीं 900 से ज्यादा हिंदू मंदिर बनाने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी स्वामी महाराज जी के नाम ही दर्ज है. उन्होंने अपने कार्यकाल में 9090 संस्कार केंद्र शुरू किए और 55,000 हजार स्वंयसेवक तैयार किए. अमेरिका के न्यूजर्सी में बने भव्य हिंदू मंदिर के निर्माण में स्वामी जी का ही योगदान रहा था. यह मंदिर 162 एकड़ में बना हुआ है. इसे वर्ष 2017 में तैयार किया गया था.
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