West Bengal: रेलटेल को 98.56 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर पश्चिम बंगाल राज्य डाटा सेंटर (डब्ल्यूबी-एसडीसी) की क्षमता बढ़ाने के लिए बंगाल से ऑर्डर मिला है. यह ऑर्डर ओपन कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस के माध्यम से प्राप्त किया गया है. कार्य में आवश्यक कंपेटिबल नेटवर्क, लोड बैलेंसिंग, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क सिक्योरिटी, एप्लीकेशन परफॉर्मेंस मैनेजमेंट और सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर के साथ हाइपर-कन्वर्जड इन्फ्रास्ट्रक्चर की सप्लाई, इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग और इंटीग्रेशन शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल राज्य डाटा सेंटर (डब्ल्यूबीएसएससी) पश्चिम बंगाल राज्य का एक महत्वपूर्ण आईटी बुनियादी ढांचा है, जो विभिन्न ई-गवर्नेंस की मेजबानी और प्रबंधन के लिए एक साझा, सुरक्षित और विश्वसनीय बुनियादी ढांचा सेवा केंद्र के रूप में प्रदर्शन कर रहा है.
WTL बंगाल सरकार का है एंटरप्राइज
इसकी कई सेवाओं में से कुछ प्रमुख कार्यात्मकताएं केंद्रीय डेटा रिपॉजिटरी, सिक्योर डाटा स्टोरे, सेवाओं की ऑनलाइन डिलीवरी, नागरिक सूचना/सेवा पोर्टल, राज्य इंट्रानेट पोर्टल, रिमोट मैनेजमेंट और सर्विस इंटीग्रेशन हैं. WTL इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार के देख रेख में पश्चिम बंगाल सरकार का एंटरप्राइज है और राज्य में सभी ई-गवर्नेंस संबंधी गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए राज्य नोडल एजेंसी और राज्य कार्यान्वयन एजेंसी है.
रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई प्रदान कर रहा है रेलटेल
राज्य सरकार के SWAN और SDC इन्फ्रास्ट्रक्चर का नेतृत्व और प्रबंधन WTL से किया जाता है. एक आधिकारिक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार से इस प्रतिष्ठित परियोजना को हासिल करना अपनी मजबूत प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता, प्रक्रिया उत्कृष्टता और बेहतर निष्पादन क्षमताओं के आधार पर घरेलू आईटी क्षेत्र में रेलटेल की प्रमुख स्थिति का समर्थन है.
एक बार यह परियोजना पूरी हो जाने के बाद, ई-गवर्नेंस पश्चिम बंगाल को और बढ़ावा देगा. उन्होंने आगे कहा, हम अपने सभी हितधारकों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए कमिटेडट हैं. रेलटेल देश भर के रेलवे स्टेशनों पर सार्वजनिक वाईफाई प्रदान करके रेलवे स्टेशनों को डिजिटल हब में बदलने के लिए भारतीय रेलवे के साथ भी काम कर रहा है.
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