लगातार उठ रहे थे सवाल
लगातार हो रहे हादसों के बाद रेलवे पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे. विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा था. पूर्व रेल मंत्री लालू यादव ने मुजफ्फरनगर हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु से इस्तीफा देने की मांग की थी.
हादसे के बाद रेलवे ने की थी बड़ी कार्रवाई
हालांकि मुजफ्फरनगर हादसे के बाद रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर, सीनियर डिवीजन इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया था. वहीं, उत्तर रेलवे के चीफ ट्रक इंजीनियर का तबादला और डीआरएम दिल्ली, GM उत्तर रेलवे और रेलवे बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को छुट्टी पर भेज दिया था.
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कैफियत एक्सप्रेस हादसे में 74 लोग घायल
बता दें कि उत्तर प्रदेश में आज़मगढ़ के पास औरेया में कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन सहित दस डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में 74 लोगों के घायल होने की खबर है. ये ट्रेन बीती रात डंफर से टकरा गई. ये हादसा औरैया जिले के अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशनों के बीच हुआ है.
बताया जा रहा है कि जो डंपर ट्रैन से टकराया है वह रेलवे के काम में ही लगा हुआ था. बालू से भरा डंपर ट्रैक पर पलट गया था और ड्राइवर ने बिना रेलवे अधिकारियों को बताए वहां से भाग गया. इसके बाद कैफियत एक्सप्रेस इस डंपर से टकरा गई और उसके इंजन सहित दस डिब्बे पटरी से उतर गए.
इसी हफ्ते उत्कल एक्सप्रेस ट्रैन हादसे में हुई थी 23 लोगों की मौत
वहीं, बीते शनिवार को उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के खतौली में कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस रेल हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 97 से ज्यादा लोग घायल गंभीर रूप से घायल हो गए थे. कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस पुरी से हरिद्वार जा रही थी. लेकिन शनीवार शाम 5.45 बजे खतौली-मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई. इस ट्रेन हादसे के बाद रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई थी. दरअसल जब ये हादसा हुआ उस वक्त पटरी पर काम चल रहा था.