अमृतसर हादसे से रेलवे ने झाड़ा पल्ला, कहा- मोड़ और धुएं की वजह से ड्राइवर को नहीं दिखी भीड़
अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है वहीं करीब 70 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. जख्मी हुए लोगों का तरणतारण, जालंधर, गुरदासपुर और अमृतसर में इलाज चल रहा है. इममें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
नई दिल्ली: दशहरे पर अमृतसर के जोड़ा फाटक हुए हादसे से पूरा देश सकते हैं. ट्रेन की चपेट में आने से महज पांच सेकेंड में 59 लोग दुनिया छोड़ गए. इस हादसे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? स्थानीय प्रशासन और आयोजक पर तो सवालों के घेरे में हैं ही साथ ही रेलवे पर भी उंगलियां उठ रही हैं. इस बीच रेलवे ट्रैक पर हुए इस भीषण हादसे से रेलवे ने पल्ला झाड़ लिया है. रेलवे का कहना है कि ना तो कोई परमिशन ली गई थी और ना ही कोई जानकारी दी गई थी.
फिरोजपुर डीआरएम विवेक कुमार ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''रेलवे की गलती तो मैं इसमें नहीं मानता हूं. बहुत दुखद घटना हुई है मैं इसमें किसी की गलती नहीं कहना चाहता. रावण दहन रेलवे की जमीन पर नहीं हो रहा था और ना ही कोई परमिशन ली गई थी, ना ही कोई जानकारी दी गई थी. जब डीएमयू आई, तो लोगों ने हॉर्न नहीं सुना आवाज नहीं सुनी, इससे पहले एक गेट पड़ता है, 400 मीटर पहले, ट्रैक पर मोड़ है. अंधेरा था दिखाई देता नहीं है, ड्राइवर ने जैसे ही लोगों को देखा उसने गाड़ी की स्पीड कंट्रोल की ब्रेक लगाया लेकिन ट्रेन को रोकने में वक्त लगता है इस वजह से यह हादसा हो गया.''
डीआरएम विवेक कुमार ने कहा, ''सिगनल ग्रीन था सिग्नल का कोई वायलेशन नहीं है. गाड़ी की मैक्सिमम स्पीड 91 किलोमीटर प्रति घंटा रही होगी और उसके बाद जब ब्रेक लगाया तो स्पीड कम की. ड्राइवर सिग्नल पर निर्भर होकर अपनी निर्धारित गति से चलता है.''
अमृतसर हादसे को जानिए अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में कल देर दशहरे के मौके पर रावण दहन का आयोजन किया गया था. जिस मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था इसके बिल्कुल पास में अमृतसर-दिल्ली अप-डाउन रेल लाइन है. स्थानीय विधायक नवसिंह सिद्धू पत्नी नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि थीं. नवजोत कौर के लेट होने के चलते रावण दहन का कार्यक्रम भी लेट हुआ.
रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े थे. शाम करीब 7 बजे जोड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी. ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई. रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया.
हेल्पलाइन नंबर जारी अमृतसर ट्रेन दुर्घटना के लिए रेलवे ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी की है. 0183-2223171, 0183-2564485 इस नंबर पर आप जानकारी ले सकते हैं. घायलों को गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं पंजाब सरकार की ओर से लोगों से रक्तदान करने का निवेदन किया गया है.