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रेलवे ने एक मई से 1,300 श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई, 17 लाख से अधिक प्रवासियों को घर पहुंचाया
रेलवे के मुताबिक सबसे ज्यादा 500 ट्रेन अभी तक यूपी पहुंची हैं, जबकि बिहार में भी 300 ट्रेन पहुंच चुकी हैं. रेलवे के मुताबिक उनके पास प्रतिदिन 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की क्षमता है.
भारतीय रेल ने रविवार को कहा कि एक मई से उसने 1,300 'श्रमिक विशेष' ट्रेनें चलाई हैं और इसके जरिये 17 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया.
रेलवे ने कहा कि पिछले तीन दिन के दौरान रोजाना करीब दो लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया गया. आने वाले दिनों में यह बढ़ कर प्रतिदिन तीन लाख यात्री होने की उम्मीद है.
सबसे ज्यादा ट्रेन यूपी और बिहार पहुंची
अब तक, अधिकतर ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंची हैं. प्रदेश ने अब तक 500 से अधिक ट्रेनों के परिचालन की मंजूरी दी. इसके बाद करीब 300 ट्रेनों की अनुमति देने के साथ बिहार दूसरे नंबर पर है.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम श्रमिक विशेष ट्रेनों को बड़े पैमाने पर संचालित करने को लेकर पूरी तरह तैयार हैं. अब तक 1,300 से अधिक ट्रेनों के जरिए 17 लाख से ज्यादा प्रवासियों ने यात्रा की है.”
हर दिन 300 ट्रेन की क्षमता
केंद्र ने यह भी कहा कि उसकी क्षमता प्रतिदिन ‘श्रमिक विशेष’ 300 ट्रेनें संचालित करने की है और रेल मंत्री पीयूष गोयल पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्यों से और अधिक ट्रेनों को अनुमति दिए जाने की अपील कर रहे है.
श्रमिक विशेष ट्रेन में अब करीब 1,700 लोग यात्रा कर रहे हैं जबकि पहले यह संख्या 1,200 थी.
गौरतलब है कि रेलवे ने सभी सामान्य ट्रेनों के परिचालन पर 30 जून तक रोक लगा रखी है. फिलहाल सिर्फ श्रमिक स्पेशल ट्रेन और दिल्ली से कुछ बड़े शहरों के लिए विशेष ट्रेनों का परिचालन हो रहा है.
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