नई दिल्ली: अगर परीक्षण सफल होता है तो हवाई जहाजों में देखा जाने वाला वैक्यूम शौचालय जल्द ही भारतीय रेलगाड़ियों में भी एक वास्तविकता हो सकता है और इसे 500 डिब्बों में लगाया जाएगा. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह बात कही.


यहां रेलवे विक्रेताओं के लिए एक एप्लीकेशन के शुभारंभ के अवसर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह स्वीकार किया कि वैक्यूम शौचालय बायो-टॉयलेट का विकल्प हो सकता है.


गोयल ने कहा, ‘‘लोहान जी (रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी) के रेलवे में आने के बाद उन्होंने वैक्यूम टॉयलेट पर एक निर्णय लिया. बायो-टॉयलेट में जाम और दुर्गंध की कुछ समस्याएं हुईं. संबंधित विभाग ने कुछ समस्याएं सुलझा ली हैं और बदलाव शुरू किया गया है.’’


लोहानी ने कहा कि रेलवे जल्द ही प्रायोगिक आधार पर 500 डिब्बों में ऐसे शौचालय लगाने का काम शुरू करेगा जहां दुर्गंध रोकने के लिए टॉयलेट में वायु निकासी की व्यवस्था की जाएगी.