मुंबई: महाराष्ट्र के जलगांव में भारतीय रेलवे के लोको पायलट और गार्ड द्वारा मानवता की बड़ी मिसाल पेश की गई. पैसेंजर ट्रेन से गिरकर घायल हुए यात्री की जानकारी मिलते ही ना केवल चालक एके पांडेय ने ट्रेन रोकी बल्कि घायल को वापस लेने और तत्काल इलाज दिलाने के मकसद से ट्रेन 2 किलोमीटर पीछे चलाई.


घटना जलगांव जिले के पाचोरा और महेजी रेलवे स्टेशन के बीच की बताई जा रही है. देवलाली-भुसावल पैसेंजर ट्रेन स्टेशन की तरफ बढ़ रही थी, इसी दौरान ट्रेन के गार्ड आर. बी. पारधे ने यात्री के गिरने की लोको पायलट को सूचना दी. जानकारी मिलते ही लोको पायलट एके पांडेय में ट्रेन रोक दी और ट्रेन को पीछे लेने लगे. करीब दो किलोमीटर ट्रेन पीछे लेने के बाद घायल यात्री बेहोश मिला.


घायल यात्री की पहचान राहुल पाटिल के रूप में हुई और गार्ड ने उसे अपने नजदीक कोच में बैठा लिया. पहले तो पैसेंजर ट्रेन के यात्रियों को यह समझ नहीं आया कि ट्रेन को  रोक कर पीछे क्यों लिया गया है लेकिन जल्द ही यात्रियों को घटना के बारे में पता चला और यात्रियों ने रेलवे कमर्चारियों के काम की सराहना की.


बाद में लोको पायलट ने जलगांव स्टेशन पर इस घटना की सूचना दी. जलगांव स्टेशन से घायल यात्री राहुल पाटिल को एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी तबीयत स्थिर बताई जा रही है. रेलवे के नियमों के अनुसार लोको पायलट को ट्रेन पीछे लेने की इजाज़त होती है. रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक एक यात्री की जान बचाने के लिए लोको पायलट और गार्ड को रेलवे सम्मानित करेगा.


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