नई दिल्ली: ट्रेनों के देरी से चलने की बढ़ती शिकायतों के बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने संबधित अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा है कि वे समय की पाबंदी में सुधार लाएं या कार्रवाई का सामना करें. जोनल प्रमुखों से कहा गया है कि रात में 10 बजे से सुबह सात बजे के बीच नाइट शिफ्ट में एक सिनियर अधिकारी की तत्काल तैनाती की जाए. तैनात अधिकारी स्थिति की निगरानी करेंगे और ट्रेनों के परिचालन में देरी को रोकने के लिए अगर कोई समस्या है तो उसे दूर करेंगे.


इसके साथ ही प्रभु ने उन समस्याओं पर भी गौर किया है जिसमें भारतीय रेल की आधिकारिक वेबसाइट नेशनल ट्रेन इनक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) पर उपलब्ध डेटा और ट्रेनों के चलने के वास्तविक समय में अंतर महसूस किया जाता है.


अधिकारियों को लिखे एक चिठ्ठी में प्रभु ने समस्याओं को दूर करने के लिए तत्काल रूप से कदम उठाने को कहा है. एक अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल के बीच के समय में ट्रेनों के समय से चलने की दर घटकर 79 प्रतिशत रह गयी जो पिछले साल की समान अवधि में 84 प्रतिशत थी. चिठ्ठी में रेल मंत्री प्रभु ने ट्रेनों के देर से चलने पर चिंता जतायी और अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल प्रभाव से वरिष्ठ अधिकारी नाइट शिफ्ट में निगरानी करें.