Mystery Of Missing Sandals: उत्तर प्रदेश के बरेली की तीन प्रमुख सरकारी एजेंसियां रेलवे पुलिस ( Government Railway Police), रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) और भारतीय रेलवे खानपान (Indian Railway Catering)और पर्यटन निगम (Tourism Corporation) ने कमाल कर दिया. उसने ओडिशा के एक वरिष्ठ नागरिक की बेटी के खोए हुए सैंडल को ढूंढ निकाला. तीनों एजेंसियों ने ​दिन रात एक करके एक महीने से अधिक समय तक जांच की और ओडिशा के डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) की बेटी की खोई हुई सैंडल ढूंढ निकाली है. 


रेलवे मैनेजर (ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन), विनीत सिंह ने 5 जनवरी को ओडिशा के संबलपुर में अपनी 20 वर्षीय बेटी की ट्रेन यात्रा के दौरान सैंडल चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने अभियान शुरू किया था. जानकारी के मुताबिक सैंडल 10,000 रुपये के थे. डीआरएम की बेटी लखनऊ मेल के फर्स्ट एसी में सफर कर रही थीं. उन्होंने कहा कि उसे बरेली स्टेशन पर उतरी महिला पर शक है, क्योंकि उसने अपने पुराने गुलाबी बिना फीते के जूते केबिन में छोड़ दिए थे और नए सैंडल ले गई.


जूते ले जाने वाली निकली 34 साल की महिला डॉक्टर
शिकायत के बाद मामला 24 जनवरी को बरेली जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया गया और तीन एजेंसियों ने जांच के बाद आखिरकार सैंडल चोरी करने वाली महिला का पता लगा लिया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सैंडल वास्तव में चोरी नहीं हुआ था, बल्कि गलती से लिया गया था. पुलिस ने बताया कि यात्री दिल्ली में प्रैक्टिस करने वाली 34 वर्षीय महिला डॉक्टर थीं.


बरेली जंक्शन के एसएचओ त्यागी ने कहा कि यात्री के खिलाफ आईपीसी की धारा 380 के तहत FIR दर्ज की गई थी, लेकिन जांच में पाया गया कि सैंडल गलती से लिए गए थे, जिसके बाद हम एक क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करेंगे.


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