नई दिल्ली: हैशटैग देश बदल रहा है के अंतर्गत आने वाली ये ख़बर जागरुक नागरिकों के लिए बेहद रोचक है. वाराणसी रेलवे स्टेशन पर हाल ही में खूबसूरत स्टील पिलर लगाए गए हैं. लेकिन इस खूबसूरती को बिगाड़ने का काम किया ‘फोन पे’ नाम की कम्पनी ने. फोनपे नाम की कंपनी ने अपने कई सारे पोस्टर इन नए बने चमचमाते पिलर्स पर बिना अनुमति के चिपका मारा. जिससे स्टेशन की खूबसूरती को धक्का लग रहा था. कंपनी पर गंदगी फैलाने पर रेल प्रशासन ने दस हज़ार का जुर्माना लगाया.
यात्रियों ने की शिकायत
फोन-पे नाम की कम्पनी के पोस्टर-स्टीकर को नवनिर्मित स्टील पिलर पर चिपका देख कई यात्रियों ने स्टेशन डायरेक्टर से शिकायत भी की थी. वाराणसी स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर आनंद मोहन ने पूरे स्टेशन का स्वयं निरीक्षण कर ये पाया कि फोनपे का स्टिकर कमोबेश जानबूझकर ऐसे स्थानों पर लगाया गया जिससे स्टेशन को खूबसूरत बनाने की मुहिम को धक्का लग रहा था.
रेलवे स्वच्छता सप्ताह माना रहा है
एक तरफ़ तो रेलवे पूरे देश में 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता ही सेवा’ सप्ताह मना रहा है दूसरी ओर वाराणसी स्टेशन में दाख़िल होते ही प्लेटफ़ार्म नम्बर-1 पर फ़ोनपे कम्पनी ने अपने प्रचार के ढेरों पोस्टर जगह-जगह चिपका दिए.
रेलवे ने की कार्रवाई
अवैध रूप से पोस्टर लगाकर सौंदर्य खराब करने एवं वाराणसी स्टेशन परिसर में बिना अनुमति पोस्टर लगाने के लिए रेलवे ने फोनपे कंपनी पर दस हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया है.
कैसे हुई कार्रवाई
सबसे पहले 18 तारीख़ को स्टेशन ड़ाईरेक्टर के आदेश पर वाराणसी स्टेशन पर जानबूझकर गंदगी फैलाने के मामले में चीफ़ हेल्थ इंस्पेक्टर राकेश पाठक ने फोनपे कम्पनी के ख़िलाफ़ एक लिखित तहरीर जीआरपी को दी. इसके बाद फ़ोनपे कंपनी के लोकल रिप्रेजेंटेटिव अंकुश सिंघल ने स्टेशन आ कर एक लिखित माफ़ीनामें के साथ दस हज़ार रूपए का जुर्माना मनी रसीद के मार्फ़त रेलवे के बुकिंग आफिस में जमा किया.
जुर्माना बनेगा सबक
वाराणसी स्टेशन के स्टेशन डाइरेक्टर ने बताया कि पोस्टर लगाकर सौन्दर्य खराब करने पर लगाया गया यह दंड ऐसे सभी लोगों के लिए एक नजीर बनेगा जो स्टेशन परिसर में बिना अनुमति अवैध तरीके से आकर पोस्टर लगा देते है.