मुंबई: भारतीय रेलवे प्रवासी मज़दूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है. यह देखा जा रहा है कि कुछ ऐसे लोग भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं, जो पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनसे कोविड़-19 महामारी के दौरान उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है. यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं.
ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु रेल मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के आदेश के तहत लोगों से अपील की है की पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक अत्यंत आवश्यक ना हो, रेल यात्रा करने से बचें.
मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, शिवाजी सुतार ने कहा, "हम समझ सकते हैं कि देश के कई नागरिक इस समय रेल यात्रा करना चाहते हैं एवं उनको निर्बाध रूप से रेल सेवा मिलती रहे इसके लिए भारतीय रेल का परिवार चौबीसों घंटे, सातों दिन कार्य कर रहा है. पर हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी देशवासियों का सहयोग अपेक्षित है. किसी भी कठिनाई या आकस्मिकता पड़ने पर कृपया अपने रेल परिवार से संपर्क करने में हिचकिचाएं नहीं.
गौरतलब है कि श्रमिक ट्रेन से यात्रा के दौरान कई यात्रियों की मौत ट्रेन या रेलवे स्टेशन पर हुई, जिसके प्राथमिक जांच में सामने आया कि ऐसे यात्री किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित थे.
रेलवे का फैसला: स्पेशल ट्रेनों में अब 4 महीने पहले से हो सकेगा एडवांस टिकट रिज़र्वेशन
अपनी मर्जी से ट्रेनें चला रहा है रेलवे, PM मोदी दें दखल- ममता बनर्जी