रेलवे में किसी की नौकरी नहीं जाएगी, लेकिन कर्मचारियों का बदल सकता है कामकाज
भारतीय रेल में फिलहाल 12,18,335 कर्मचारी है और वह अपनी कमाई का 65 प्रतिशत हिस्सा वेतन और पेंशन पर खर्च करती है.
नई दिल्ली: इंडियन रेलवे ने आश्वासन दिया है कि किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी लेकिन आने वाले दिनों में उसके कर्मचारियों का कामकाज कुछ बदल सकता है. जबकि एक दिन पहले ही रेलवे ने एक लेटर जारी कर अपने महाप्रबंधकों से कहा था कि वे रिक्तियों में 50 प्रतिशत की कटौती करें और नए पदों का सृजन फिलहाल रोक दें.
सम्मेलन में रेलवे बोर्ड के महानिदेशक (मानव संसाधन) आनंद एस. खाटी ने शुक्रवार को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय रेल संख्या में कटौती नहीं कर रही है, बल्कि सही व्यक्ति को सही काम दे रही है. भारतीय रेल में तकनीक के आने से कुछ लोगों का काम बदल सकता है, ऐसे में उन्हें नए काम का प्रशिक्षण दिया जाएगा, लेकिन किसी की नौकरी नहीं जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम सही व्यक्ति को सही काम देंगे, नौकेरी से नहीं निकालेंगे. इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नियोक्ता बना रहेगा. हम बिना कौशल वाली नौकरियों से कौशल वाली नौकरियों की ओर जा रहे हैं.’’
अपने पहले वाले बयान पर भी दी सफाई महानिदेशक ने कहा कि गुरुवार को दिए गए आदेश से तात्पर्य ऐसे पदों पर भर्ती करने से बचना है जहां कोई काम नहीं है, ऐसा करके भारतीय रेल उचित जगहों पर नई रिक्तियां सृजित कर सकती है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, वह जारी रहेगी और नियुक्तियां भी होंगी. जिन नियुक्तियों के संबंध में विज्ञापन या अधिसूचना जारी हो चुकी है, उनमें भी कोई बदलाव नहीं होगा.
भारतीय रेल में फिलहाल 12,18,335 कर्मचारी है और वह अपनी कमाई का 65 प्रतिशत हिस्सा वेतन और पेंशन पर खर्च करती है.
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