नई दिल्ली: गुरु गोविन्द सिंह के प्रकाश पर्व पर रेलवे सिख श्रद्धालुओं को एक नायाब तोहफा देने जा रही है. सिखों के पांच पवित्र धार्मिक स्थलों यानी पंज तख्त के दर्शन एक ही यात्रा में कराने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की योजना पर काम लगभग पूरा हो चुका है.


कितने दिन में होगी यात्रा?
भारतीय रेल की कंपनी आईआरसीटीसी सिख श्रद्धालुओं के लिए 'पंच तख्त एक्सप्रेस' नाम की ट्रेन चलाने की तैयारी कर रही है. दिल्ली से शुरू होने वाली इस ट्रेन से श्रद्धालु नौ रात और दस दिन की यात्रा करके वापस दिल्ली आ सकेंगे. इस दौरान यात्रियों के खाने-पीने और होटल आदि का इंतजाम आईआरसीटीसी ही करेगी.


कहां-कहां जाएगी ट्रेन?
ये यात्रा दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी. श्रद्धालुओं को सबसे पहले नांदेड के हुज़ूर साहब के दर्शन कराए जाएंगे. यहाँ श्रद्धालु एक दिन और एक रात रुक सकेंगे. अगले दिन ट्रेन पटना साहिब पहुंचेगी और फिर वहां से आनंदपुर साहिब. इसके बाद अमृतसर में अकाल तख्त साहिब के पवित्र दर्शन होंगे. अंत में श्रद्धालु दमदमा साहिब के दर्शन कर सकेंगे.


कितना पैसा लगेगा ?
इस ट्रेन की पहली ट्रिप 14 जनवरी से शुरू होगी. ट्रेन में कोई भी जनरल डिब्बा नहीं होगा बल्कि सभी कोच थर्ड एसी के होंगे ताकि श्रद्धालुओं का ये धार्मिक सफ़र सुविधा की दृष्टि से भी यादगार रहे. हर ट्रिप में 800 श्रद्धालु सफ़र कर सकेंगे. रेलवे की ओर से दी जाने वाली सम्पूर्ण सेवा के साथ इस टूर पैकेज को 15750 रूपए प्रति यात्री के तौर पे लिया जा सकेगा.


सिख समुदाय की ओर से हो रही थी भारी मांग
इस खबर की जानकारी आईआरसीटीसी के जी एम गुरिंदर मोहन सिंह ने सबसे पहले दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों को दी. दरअसल आईआरसीटीसी ने हाल ही में भगवान राम से जुड़े तीर्थ स्थलों के लिए रामायण एक्सप्रेस की शुरुआत की थी जिसके बाद से ही सिक्ख समुदाय से ऐसी ही एक ट्रेन पंज तख्तों के लिए शुरू किए जाने की मांग की जा रही थी जिसे रेल मंत्रालय ने सरकार के ताज़ा रुख को देखते हुए तुरंत स्वीकार कर लिया.