Maha Kumbh 2025: अब कुंभ में नहीं बिछड़ेंगे बच्चे! रेलवे ने बनाया ये धांसू प्लान
महाकुंभ 2025 में रेलवे बच्चों की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क बनाएगा. जहां पर विशेष अधिकारी भी तैनात रहेंगे जो मेले में रास्ता भटके या परिजन से बिछड़े बच्चों की मदद करेंगे.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेले के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना के बीच भारतीय रेलवे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक और पहल करने जा रहा है. रेलवे ने कहा है कि वह रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क बनाएगा और इस मेगा इवेंट के दौरान बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह समर्पित रहेगा. रेलवे ने यह भी कहा कि बच्चों की मदद के लिए विशेष अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए जाएंगे, जो मेलों में बच्चों के खोने और उनके परिजनों से बिछड़ने जैसी घटनाओं को रोकने और समाधान देने में मदद करेंगे.
रेलवे ने कहा, "अगर कोई बच्चा घर से भाग गया है, रास्ता भटक गया है, उसे जबरन ले जाया जा रहा है या उसके माता-पिता से अलग हो गए हैं, तो यह डेस्क सीधे उनकी मदद करने के लिए काम करेगी, जबकि तैनात टीम अपने रिश्तेदारों के साथ यात्रा कर रहे बच्चों का हालचाल पूछ सकेगी."
चाइल्ड हेल्प डेस्क पर तैनात रहेंगे अधिकारी
रेलवे के अनुसार, हर चाइल्ड हेल्प डेस्क पर विशेष रूप से प्रशिक्षित अधिकारी तैनात रहेंगे. ये अधिकारी बच्चों के साथ सौम्य व्यवहार करेंगे और उन्हें सुरक्षित माहौल प्रदान करेंगे. यदि कोई बच्चा मेले में रास्ता भटक जाता है या अपने परिजनों से अलग हो जाता है, तो ये अधिकारी उसकी देखभाल करेंगे और उसे उसके परिवार से मिलाने का प्रयास करेंगे. चाइल्ड हेल्प डेस्क 24 घंटे चालू रहेंगे, ताकि किसी भी समय मदद की जा सके.
रेलवे और स्थानीय प्रशासन का सहयोग
रेलवे इन हेल्प डेस्क के संचालन में स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ समन्वय करेगा, जिससे बच्चों को जल्दी और सुरक्षित सहायता मिल सके. महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें भारी भीड़ के कारण अक्सर लोग, खासकर बच्चे अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं. ऐसे आयोजनों में सुरक्षा और सहायता के लिए एक सुसंगठित व्यवस्था की आवश्यकता होती है.
श्रद्धालुओं के रेलवे देगी विश्वस्तरीय सुविधा
आधिकारियों ने बताया कि अगले साल होने वाले महाकुंभ में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे एक लाख से अधिक यात्रियों के रहने के लिए आलीशान शेल्टर का व्यवस्था करने जा रहा है, जिसका किराया 18,000 रुपये से 20,000 रुपये प्रतिदिन तक होगा. उन्होंने बताया कि रेलवे इस बड़े आयोजन के लिए करीब 3,000 विशेष मेला ट्रेनें भी चलाएगा. हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है टेंट सिटी
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे की पर्यटन और आतिथ्य शाखा आईआरसीटीसी ने त्रिवेणी संगम के पास आलीशान टेंट सिटी महाकुंभ ग्राम का निर्माण पूरा कर लिया है. नैनी के सेक्टर 25 में स्थित यह टेंट सिटी संगम से लगभग 3.5 किलोमीटर दूर गंगा के तट पर स्थित है. बयान में कहा गया है कि यह सुपर डीलक्स टेंट और विला सहित विश्व स्तरीय आवास सुविधाएं प्रदान करता है, जो सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इन टेंटों में पर्यटक निजी बाथरूम, गर्म और ठंडा पानी, एयर ब्लोअर, और भोजन सेवाओं के अलावा अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. विला में रहने वाले मेहमानों के लिए निजी बैठने की जगह और टेलीविजन की सुविधा होगी. मेहमानों की सुरक्षा और आराम के लिए, टेंट सिटी प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी.