Yamuna Flood Alert: भारी बारिश के बाद दिल्ली की यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इस बीच दिल्ली सरकार ने मंगलवार (11 जुलाई) को बताया कि डूबे क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर अस्थायी शिविरों में पहुंचा दिया गया है और उनके खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है.


दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रभावित लोगों को दिल्ली के पूर्वी, उत्तरी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, मध्य और शाहदरा जिलों में पहुंचाया जा रहा है, जहां उनके लिए 2,700 से अधिक तंबुओं की व्यवस्था की गई है. 


लगभग 1500 लोग हुए प्रभावित
यमुना नदी के ठीक बगल में 1000 से 1500 लोग रहते हैं. नदी में आए उफान के बाद 100 साल पुराना घाट और हनुमान मंदिर भी डूब गया. लोगों का आरोप है कि समय रहते उन्हें सचेत नहीं किया गया और घरों में पानी भर गया. यमुना का जलस्तर बढ़ने से कश्मीरी गेट यमुना बाजार में लोगों के घरों में पानी भर गया है, जिसके चलते अब लोगों का आसरा सिर्फ छत है. 


बारिश के बाद बिजली गायब
कश्मीरी गेट यमुना बाजार में लोगों के घरों में भी पानी भर गया है. इससे प्रभावित महिलाओं ने बात करते हुए बताया कि इलाके में अचानक पानी आ गया, पानी के बहाव में सिलेंडर भी बह गया. इसके बारे में हमें कोई सूचना नहीं मिली थी. अब छत ही हमारा आसरा है. इतनी गंदगी है, सांप बिच्छू का भी डर सा लगा रहता है.


लोगों का कहना है कि हर साल बिजली रहती थी लेकिन इस बार काट दी गई, सरकार से विनती है कि बिजली की व्यवस्था रहने दें, छोटे बच्चों को मच्छर काट रहे हैं वो बीमार पड़ जाएंगे. 


घरों में पानी भरने के बाद क्या है लोगों की स्थिति 
बाढ़ में फंसे लोगों ने सरकार से बिजली की गुहार लगाते हुए उमद ने कहा, “यमुना बाजार में रहती हूं. इस बार पानी बहुत ज्यादा आ गया. बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है. कल पूरे दिन बहुत स्पीड से पानी आ गया. बच्चे छोटे छोटे हैं, मच्छर काट रहे हैं. बिजली न काटी जाए." एक अन्य महिला अचला मिश्रा ने भी बिजली को लेकर अपनी परेशानी व्यक्त की.


वहीं, संजय सिंह ने कहा, “यहां हाल-चाल जानने कोई नहीं आया, बिजली काटने के बाद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई. पहले टेंट लगाकर व्यवस्था की जाती थी लेकिन इस बार कुछ नहीं हुआ."


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