Heavy Rain Alert Highlights: वेस्ट यूपी-हिमाचल-उत्तराखंड में रेड अलर्ट, नॉर्थ ईस्ट राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी
Monsoon Heavy Rain Alert: उत्तर भारत के कई इलाकों में सड़कें और आवासीय क्षेत्र पानी में डूब गए हैं. कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए. दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के पार पहुंच चुकी है.
भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी. मंगलवार (11 जुलाई) बारिश कम होने पर लोगों के लिए फिर से आवाजाही शुरू हो गई है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगर बारिश अगले 8 घंटे बंद रहेगी तो हम सभी फंसे पर्यटकों को बचा लेंगे. चंद्रताल से हमने 7 लोगों को बचाया जिसमें 2 बुजुर्ग, एक युवा, एक बालिका, एक बच्चा था. चंद्रताल में करीब 250 लोग फंसे हैं जिन्हें हम बचा लेंगे. कुल्लू में बिजली बाधित है. मुझे लगता है कि इसकी आज शाम या कल सुबह तक शुरू होने की संभावना है.
उत्तराखंड में भी लगातार बारिश का कहर जारी है. राज्य में आईएमडी की तरफ से रेड अलर्ट जारी किया गया है. नैनीताल में भारी बारिश के कारण नैनी झील का जलस्तर बढ़ गया है.
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में सात लोगों को चंद्रताल झील से भुंतर एयरपोर्ट तक हवाई मार्ग से पहुंचाया गया.
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने बारिश की स्थिति की समीक्षा करने और दिल्ली में गंभीर जलभराव को दूर करने के लिए व्यावहारिक समाधान तैयार करने के लिए हितधारक एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में पीडब्ल्यूडी, एनडीएमसी, एमसीडी, डीजेबी, आई एंड एफसी और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. एलजी ने मंगलवार (11 जुलाई) को प्रगति मैदान टनल, मिंटो ब्रिज और जखीरा अंडरपास सहित जलभराव वाले स्थलों का दौरा भी किया था.
चंडीगढ़ के मौसम विभाग में वैज्ञानिक अजय कुमार सिंह ने बताया कि पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में मानसून की बारिश होती रहेगी लेकिन पिछले 3 दिन जैसी लगातार बारिश नहीं होगी. सामान्य बारिश होती रहेगी. चंडीगढ़ में 8 जुलाई को 302 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. वहीं, पंजाब के 25 प्रतिशत हिस्सों में मानसून की गतिविधि जारी रहेगी.
देहरादून के आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा कुछ ज़िलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट था. जिन्हें अब रेड अलर्ट कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने भी यहां का दौरा किया है और देखा कि कैसे काम किया जा रहा है. उत्तरकाशी में हादसा हुआ है जिसमें 3 गाड़ियों पर पत्थर गिरने से 4 लोगों की मौत और 7 लोग घायल हो गए. अन्य किसी भी जगह ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ. यात्रियों को लगातार चेतावनी दी जा रही कि कहीं भी ऐसी जगह न जाएं जहां पत्थर गिरने की आशंका हो.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि उन्होंने मंगलवार (11 जुलाई) को कसोल, खीरगंगा और अन्य प्रभावित जगहों का दौरा किया और वह इस दौरान लोगों से भी मिले. करीब 40 दुकाने और 30 घर बाढ़ में बह गए. सरकार राहत के तहत एक हलीकॉप्टर भेज रही है, जिसमें 4 जवानों को भेजा जा रहा है. साथ ही जिस हेलीकॉप्टर से सीएम आए हैं उसे भी भेजा जा रहा है ताकि वहां कनेक्टिविटी हो सके. प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता दी जाएगा.
मनाली से कुल्लू के लिए सड़क को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है. गाड़ियों को अरछन्डी से राईसन फिर राइट बैक होते हुए कुल्लू भेजा जा रहा है. बारिश के कारण सड़कों पर मलबा आने से राज्य में कई मार्ग बाधित हैं.
असम के लखीमपुर में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
हिमाचल प्रदेश के एक निवासी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि पिछले तीन दिनों से प्रदेश में भारी बारिश हो रही है जिससे काफी तबाही मची है. उन्होंने पहली बार बादल फटते हुए देखा, बहुत भयानक मंजर था. सड़कें बंद कर दी गई हैं, ग्रामीण चिकित्सा सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
आईएमडी वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि अभी बारिश एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही थी. बारिश का असर सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश में था. दिल्ली एनसीआर सहित पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में भी असर देखने को मिला.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. हिमाचल में इस वक्त बारिश ने कहर बरपा रखा है.
आईएमडी वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा उत्तर पश्चिमी यूपी में भी भारी बारिश की आशंका है. हिमाचल में काफी बारिश कम हो गई है और दिल्ली/एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए 11 और 12 जुलाई को अत्यधिक भारी वर्षा (204.4 मिमी से अधिक) के साथ भारी से बहुत भारी होने की संभावना जताई है.
मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 11 और 12 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) होने की संभावना जताई है.
भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए उत्तराखंड के सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही शासन ने सभी जिलाधिकारियों को एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए हैं.
उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में 11 जुलाई को भारी से बहुत भारी और अत्यधिक भारी वर्षा (204.4 मिमी से अधिक) के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के आसपास के इलाकों में 12 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश (115.6 से 204.4 मिमी) होने की संभावना जताई गई है.
हरियाणा के पंचकुला में भारी बारिश में के चलते फ्लाईओवर का एक हिस्सा बह गया. इतना ही नहीं, कई जगहों पर सड़क धंस गई है और कई जगहों पर टूट गई है.
उत्तराखंड के हरिद्वार में भारी बारिश के चलते भीषण जलजमाव के हालात पैदा हो गए हैं. लोगों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए कई इलाकों को खाली करा लिया गया है.
हिमाचल प्रदेश के शिमला में भारी बारिश के बीच लोगों के लिए पीने के पानी की कमी हो गई है. शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड अब लोगों को टैंकर से पानी पहुंचा रही है.
हरियाणा के हथिनी कुंड से इस वक़्त 3.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो तेजी से दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है. अगले कुछ घंटों मे 4 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली पहुंच सकता है. संभावना जताई जा रही है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं.
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा को रोका गया. खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा प्रभावित हुई है. जानकारी के मुताबिक, सोनप्रयाग और गौरीकुंड में भक्तों को रोका गया.
देश के 17 राज्यों के 174 जिले में बाढ़ और बारिश की वजह से 546 मौतों की खबर सामने आई है. आंकड़ों के मुताबिक, तमाम घटनाओं में 477 लोग घायल हुए हैं. 8764 घर बर्बाद, 8418 पशुओं की मौत और 50 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने की जानकारी मिली है.
उत्तराखंड में भूस्खलन की वजह से एक दुर्घटना होने की जानकारी सामने आ रही है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तरकाशी-गंगोत्री राजमार्ग पर मलबे की चपेट में आने से 3 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिस कारण वाहन में सवार चार लोगों के हताहत एवं कुछ लोगों के घायल होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है. जिला प्रशासन व SDRF द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है और घायलों को समुचित उपचार प्रदान किया जा रहा है. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना करता हूं. समस्त देवतुल्य जनता से मेरा अनुरोध है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें.
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. फिलहाल दिल्ली के पुराने रेलवे ब्रिज के ऊपर से पानी बह रहा है. एहतियात के तौर पर इस ब्रिज को बंद कर दिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंगलवार की सुबह 8 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 206.32 मीटर पर पहुंच गया था. अगर नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंच जाता है तो दिल्ली में बाढ़ आने का खतरा हो सकता है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में सिक्स माइल एरिया में लैंडस्लाइड की वजह से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है.
उत्तराखंड के चमोली जिले में 12 जुलाई को भी स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी गई है. जिला प्रशासन नें भारी बारिश के अलर्ट के चलते फैसला लिया है.
दिल्ली में बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो दिन में 5 लोगों की मौत हुई है. साथ ही 5 लोग घायल हुए हैं. वहीं, पंजाब में बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई. पंजाब में बाढ़ और आपात हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात कर दी गई हैं.
दिल्ली में भारी बारिश के कारण भलस्वा लैंडफिल साइट के पास के घरों में पानी के साथ बहकर कूड़ा जा रहा है. ग्राउंड पर हालात का जायजा लेने के लिए मंगलवार (11 जुलाई) को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली एमसीडी की मेयर शैली ओबरॉय भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा करेंगी.
दिल्ली में भारी बारिश के कारण भलस्वा लैंडफिल साइट के पास के घरों में पानी के साथ बहकर कूड़ा जा रहा है. ग्राउंड पर हालात का जायजा लेने के लिए मंगलवार (11 जुलाई) को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली एमसीडी की मेयर शैली ओबरॉय भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा करेंगी.
दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना आज यानी मंगलवार (11 जुलाई) को बरसात प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. जानकारी के मुताबिक, एलजी वीके सक्सेना बोट क्लब जाएंगे.
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान को पार कर चुकी है. बाढ़ के निशान से यमुना करीब एक मीटर ही कम रह गई है. इस बीच खतरे को देखते हुए यमुना पर बना पुराना ब्रिज बंद कर दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश में 13 जुलाई तक मंडी, कुल्लू मनाली, सोलन, सिरमौर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. राज्य में अब तक करीब 4 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश में अब तक 50 से ज्यादा मौतें होने की खबर सामने आई है. जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में करीब 80 सड़कें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं और करीब 200 से ज्यादा मकानों को नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश में एनडीआरएफ 14 टीमें तैनात की गई हैं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह आज यानी मंगलवार (11 जुलाई) को हेलीकॉप्टर से मनाली जाएंगे. बताया जा रहा है कि इसके बाद वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. वहीं, आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश में अगले 24 घंटों को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है. मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल में फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में प्राकृतिक आपदा से 8 लोगों की मौत हुई है. बीते 24 घंटे में 5 की आकाशीय बिजली, 2 की डूबने और 1 की सांप काटने से मौत हुई है. यूपी के कई जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. प्रदेश के 33 जिलों में अधिक वर्षा, 21 जिलों में सामान्य वर्षा, 9 जिलों में कम वर्षा और 12 जिलों जिलों में अत्यधिक कम वर्षा की खबर है. मेरठ, मैनपुरी, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, औरैया, कासगंज, झांसी, कानपुर नगर, हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर, फतेहपुर, गाजीपुर, प्रयागराज, शामली, अमेठी, और गौतम बुद्धनगर में सामान्य से अधिक वर्षा का अपडेट है.
पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी को देखते हुए मथुरा में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. मथुरा स्थित प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर 164.06 मीटर पहुंच गया है. यमुना के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए गोकुल बैराज से आगरा की ओर अतिरिक्त जल छोड़ा जाने लगा है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कार्य योजना तैयार कर ली है. यमुना से सटे इलाकों में 40 बाढ़ चौकियां बनाई जाएंगी. यमुना का जलस्तर बढ़ने से मथुरा में छाता, सदर, मांट और महावन तहसील प्रभावित हुई हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव को तीन श्रेणी में बांटा है. इसमें लो फ्लड, मीडियम फ्लड और हाई फ्लड स्तर पर गांव चयनित किए जा रहे हैं.
उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अलर्ट मोड में नजर आ रहे हैं. सोमवार (10 जुलाई) की शाम को उन्होंने देहरादून में स्थित आपदा कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया और प्रदेश में मौजूदा हालातों का जायजा लिया.
हरियाणा के करनाल में भीषण बारिश के चलते कई गांवों में पानी भर गया है. भारी जलजमाव की वजह से लोगों को नाव के जरिये निकाला जा रहा है. वहीं, बरसात ने रेल सुविधाओं पर भी असर डाला है. भारी बारिश के चलते सनेहवाल-अंबाला रूट की कई ट्रेनों पर असर पड़ा है. नॉदर्न रेलवे के पीआरओ ने बताया कि जलजमाव के कारण रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, जिसके चलते सनेहवाल-अंबाला रूट पर ट्रेन नंबर 18102, 12266, 14034, 12414, 12446 और 12426 को डायवर्ट कर दिया गया है.
दिल्ली में बीते तीन दिनों से जारी लगातार बारिश के बीच यमुना उफान पर है. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से रविवार (9 जुलाई) को पानी छोड़े जाने के बाद से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. दिल्ली में यमुना ने खतरे के निशान को पार कर लिया है. खतरे के निशान की सीमा 205.33 मीटर है और यमुना में जलस्तर 206.24 मीटर को छू रहा है. यमुना में भारी बाढ़ का स्तर 207.49 मीटर है. कहा जा सकता है कि दिल्ली में बाढ़ आने की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि यमुना इस निशान से करीब एक मीटर ही दूर बची है.
बैकग्राउंड
Weather LIVE Updates: उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. बारिश से संबंधित घटनाओं में सोमवार (10 जुलाई) तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ की कई टीम को तैनात किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से स्थिति के बारे में बात की और उन्हें केंद्र सरकार से हर संभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा की. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई. वहीं, पंजाब और हरियाणा में नौ, राजस्थान में सात और उत्तर प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई. उत्तर भारत में, दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर हैं.
उत्तर भारत के कई इलाकों में सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूब गए हैं. कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए. रविवार को रिकॉर्ड बारिश के कारण नगर निकाय भी स्थिति सुधारने में असहाय नजर आए. उत्तर भारत के चार राज्यों में हो रही भारी बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 39 टीम तैनात की गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 14 टीम पंजाब में काम कर रही हैं, जबकि एक दर्जन टीम हिमाचल प्रदेश, आठ उत्तराखंड और पांच हरियाणा में तैनात हैं.
एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया, ''बचाव अभियान वास्तविक स्थिति के अनुसार और राज्य के अधिकारियों के समन्वय से चलाया जा रहा है.'' पंजाब में भारी बारिश के कारण पानी भर जाने के बाद सेना ने राज्य के एक निजी विश्वविद्यालय से 910 छात्रों और 50 अन्य को बचाया. पंजाब और हरियाणा में नागरिक प्रशासन ने पूर्व में सेना से बचाव अभियान के लिए मदद मांगी थी और सेना ने दोनों राज्यों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की सहायता के लिए पश्चिमी कमान की बाढ़ राहत टुकड़ियों को भेजा है.
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से शिमला में चार और लोगों की जान चली गई. पर्वतीय राज्य में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण शिमला-कालका राजमार्ग सोमवार सुबह अवरुद्ध हो गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ''पिछले दो दिन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है. चंद्रताल में तथा लाहौल एवं स्पीति में पागल एवं तेलगी नाले के बीच फंसे 400 पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं. राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को ‘अत्यंत भारी बारिश’ के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया.
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