नई दिल्ली: रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी ने फेसबुक पर आईएएस की नौकरी छोड़ने का एलान किया है. ओपी चौधरी ने ट्विटर पर लिखा है कि वो अपने गांव को समय देना चाहते हैं, इसलिए नौकरी से त्यागपत्र दे रहे हैं. कलेक्टर की तरफ से नौकरी छोड़ने के बाद यह पहली प्रतिक्रिया है. दरअसल छत्तीसगढ़ में कई दिनों से रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी के बीजेपी के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा चल रही थी. अब उनके इस्तीफा देने से इन चर्चाओं को भी बल मिला है कि शायद ओपी चौधरी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि चुनाव लड़ने की खबरों पर ओपी चौधरी ने अब तक प्रतिक्रिया नहीं दी है.





इस बीच अधिकारी के चुनाव लड़ने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कलेक्टर को बीजेपी का एजेंट करार दिया है. उधर बीजेपी ने भी कलेक्टर के चुनाव लड़ने की चर्चा से इंकार नहीं किया है. चौधरी कहां से चुनाव लड़ेंगे और कब वो बीजेपी जॉइन करेंगे इसको लेकर अभी कुछ साफ नहीं है. अभी तक कलेक्टर चौधरी ने बीजेपी जॉइन नहीं की है लेकिन चर्चा है कि वो जल्द ही बीजेपी में जाने वाले हैं. इस खबर के कारण राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि हम हमेशा से कहते आये हैं कि छत्तीसगढ़ के अधिकारी बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं.


रायपुर में ओपी चौधरी हैं काफी लोकप्रिय
रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी अपने कामों की वजह से छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय हैं. दंतेवाड़ा का एजुकेशन सिटी हो या रायपुर में गरीब बच्चों के महंगे स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत दाखिला दिलवाने की बात हो, कलेक्टर चौधरी छत्तीसगढ़ में यूथ आइकॉन के नाम से जाने जाते हैं. उनका सहज सरल व्यवहार भी लोगों से उन्हें जोड़ता है. ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले हैं.


अजीत जोगी ने क्या कहा
उधर आईएएस की नौकरी छोड़कर मुख्यमंत्री तक का सफर तय करने वाले अजीत जोगी कहते हैं ये तो कलेक्टर के मन की बात है. यह सच भी हो सकता है. उनकी व्यक्तिगत रुचि का मामला है. अजीत जोगी ने रायपुर कलेक्टर को सावधान करते हुए रिस्क न लेने की बात की है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने जब आईएएस की नौकरी छोड़ी थी तो एक दिन के अंदर राज्यसभा का नामांकन दाखिल किया था. इसमें चुनाव लड़ने का रिस्क नहीं थी. विधानसभा चुनाव में रिस्क होता है. अगर कलेक्टर ऐसा रिस्क लेना चाह रहे हैं तो उनके ऊपर निर्भर करता है.


बीजेपी के बयान से मिला इशारा
इन सब के बीच बीजेपी का बयान कलेक्टर के चुनाव लड़ने को बल देता है. बीजेपी ने इस बात से इंकार नहीं किया है कि कलेक्टर ओपी चौधरी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. बीजेपी उन्हें टिकट देगी या नही इस बात से भी इंकार नहीं किया है. बीजेपी कह रही है कि बीजेपी की विचारधारा से अगर प्रभावित होकर कोई पार्टी में आना चाहता है तो उसका स्वागत है. वो चाहे कलेक्टर हो या कोई और सभी का बीजेपी में स्वागत है.