नई दिल्ली: अभिनेता से नेता बने राज बब्बर ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है. उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अब संगठन को तय करना है कि नए सिरे से किसको कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश संगठन में बदलाव पहले से तय है. खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बाबत कई बार संकेत दे चुके हैं. राष्ट्रीय अधिवेशन में भी उन्होंने बदलाव के संकेत दिए थे.


खबर है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस किसी 'ब्राह्मण चेहरे' पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी, पूर्व सांसद राजेश मिश्र या राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दे सकती है.

राजबब्बर का इस्तीफा ऐसे समय में हुआ जब फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपुचनाव में पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. हालांकि बीजेपी की हार और समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की जीत से कांग्रेस खुश दिखी.

राज बब्बर ने मंगलवार को कवि केदारनाथ सिंह के निधन पर शोक जताते हुए ट्विट किया और इशारों में अपने इस्तीफे की पुष्टि की थी. उन्होंने लिखा, ''अंत में मित्रों, इतना ही कहूंगा कि अंत महज एक मुहावरा है जिसे शब्द हमेशा अपने विस्फोट से उड़ा देते हैं.''






पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शनों में नजर डालें तो काफी खराब रहा है. 2014 लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से मात्र दो और 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ लड़ने के बावजूद मात्र 7 सीट जीत पायी थी.


पिछले दिनों गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष शांताराम नाइक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महाधिवेशन में युवा नेतृत्व के लिए जगह बनाने को लेकर राहुल गांधी के भाषण से वह बहुत प्रभावित हैं. रविवार को राहुल गांधी द्वारा पार्टी का नेतृत्व युवाओं को सौंपने की इच्छा जताये जाने के बाद पद से इस्तीफा देने वाले नाइक (71) पहले वरिष्ठ नेता थे.


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