Raj Thackeray: 'सवाल टोल मुक्ति का नहीं...सड़क बदहाल क्यों...', मंत्री दादा भूसे से मिलकर बोले राज ठाकरे
Raj Thackeray PC : एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर दोहराया है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में टोल वसूली के खिलाफ लाफ आंदोलन जारी रखेगी. उन्होंने राज्य सरकार को एक महीने का वक़्त दिया है.
Raj Thackeray On Toll Issue : टोल प्लाजा को लेकर हुए विवाद पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर रुख स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा है कि लोग टोल के पैसे भरते हैं लेकिन सड़क की बदहाली ठीक नहीं होती. राज ठाकरे ने कहा, "टोल मुक्ति को लेकर सवाल नही है, सवाल यह है की लोग टोल पर पैसा भरते हैं और सड़क ठीक नहीं रहती तो आखिरकार ये पैसा जाता कहां है, इसलिए ये विषय मुझे उठाना पड़ा."
एक दिन पहले गुरुवार (12 अक्टूबर) को राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एक नाथ शिंदे से मुलाकात की थी. ठाकरे से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने मंत्री दादा भूसे को ठाकरे के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे. उसी के मुताबिक़ आज बैठक हुई. इसके बाद राज ठाकरे मीडिया से मुखातिब थे. ठाकरे ने छोटी गाड़ियों से टोल नहीं वसूलने की मांग की है और इसे लागू करने के लिए सरकार को एक महीने का वक्त दिया है. इस बारे में भी शुक्रवार (13 अक्टूबर) को उन्होंने कहा, "हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा."
नौ सालों से टोल का मुद्दा उठा रहे ठाकरे
ठाकरे ने कहा, " 9 साल पहले टोल नाकों की समस्या को लेकर पहली बार मैं सीएम से मिला था. तब पृथ्वीराज चौहान सीएम थे. 9 सालों में टोल नाकों को लेकर समस्या का हल नही निकला है. ठाणे के 5 एंट्री टोल नाकों में फीस में बढ़ोतरी की गई, जिसका हमने विरोध किया और उसी संदर्भ में मैंने सीएम से कल (गुरुवार 12 अक्टूबर) को मुलाकात की."
इस मुलाकात में कुछ बातें तय हुई हैं. टोल पर पुलिस तैनात रहेगी जो ट्रैफिक संभालेंगी. इस बात के भी निर्देश दिए गए कि कल (शनिवार 14 अक्टूबर) से सभी टोल नाकों पर कैमरे लगाए जाएंगे जिनके जरिए राज्य सरकार मॉनिटर करेगी कि किस टोल पर कितनी गाड़ियां आ रही हैं, जा रही है. ये इनपुट सीधे मंत्रालय में जाएंगे ना कि MSRDC (Maharashtra State Road development Corporation Ltd) ऑफिस में.
राज ठाकरे ने की ये मांगें
मीटिंग में राज ठाकरे ने मांग की है कि जिस जगह टोल रहेगा वहां अगर सड़क खराब मिली तो उस टोल का कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया जाए. टोल भरने वाले लोगों की सुविधाओं के लिए टोल नाकों पर डिजिटल डिस्प्ले लगाए जाएं, जिनपर हर दिन गाड़ियों की एंट्री-एग्जिट के दौरान दिए गए टोल का अपडेट डिस्प्ले हो. इससे हर दिन किसी टोल पर कितना पैसा दिया जमा हुआ, यह पता चलेगा.
ठाकरे ने कहा, "MSRDC के 15 और PWD के 29 पुराने टोल को बंद करने की मांग हमने सीएम शिंदे से की है. उन्होंने महीने भर में निर्णय लेने की बात कही है.
मंत्री दादा भूसे ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री शिंदे ने मंत्री दादा भूसे को ठाकरे के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे. इसकी पुष्टि करते हुए खुद दादा भूसे ने कहा, "कल सीएम शिंदे से राज ठाकरे की मुलाकात के बाद सीएम ने मुझे इनकी मांग को लेकर बैठक करने को कहा. इसलिए आज सुबह इनके घर पर राज ठाकरे से मुलाकात हुई. इनकी मांगो पर लंबी चर्चा हुई है.
राज ठाकरे की मांगों पर गौर करने का आश्वासन देते हुए मंत्री ने कहा, "मैं इतना कहना चाहूंगा कि समय-समय पर इनकी मांगो पर समीक्षा की जाएगी और ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे."
क्या है टोल का मामला
महाराष्ट्र में टोल नाकों को लेकर राज ठाकरे की पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ठाकरे ने राज्य सरकार को धमकी भरे लहजे में कहा है कि अगर छोटी गाड़ियों से टोल वसूला जाएगा तो कार्यकर्ता उसका विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ताओं को किसी ने रोकने की कोशिश की तो हम टोल बूथ जला देंगे.
ठाकरे ने टोल वसूली को महाराष्ट्र का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है. उन्होंने सत्तारूढ़ बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) को टोल मुक्त महाराष्ट्र के साल 2014 के चुनावी वादे की याद दिलाई है. सूबे के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा है कि चार चक्का वाहनों से टोल नहीं वसूला जाएगा. हालांकि इसका क्रियान्वयन नहीं हो पाया है.
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