मुंबई: राज ठाकरे की पार्टी 'महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना' का इंजन अब हिंदुत्व के ट्रैक पर दौड़ेगा. राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के नए झंडे का अनावरण करके पार्टी की नई दिशा और विचारधारा के साफ संकेत दिए. अपनी पार्टी के पुराने झंडे के तीन रंगों को बदलते हुए राज ठाकरे ने अपने पार्टी के नए झंडे में केवल एक रंग भगवा रखा. इस दौरान राज ठाकरे के साथ उनके बेटे अमित राज ठाकरे भी मंच पर नजर आए. आदित्य ठाकरे के बाद अब ठाकरे परिवार की तीसरी पीढ़ी के युवराज अमित राज ठाकरे अब राजनीति में सक्रिय होंगे.
नया झंडा दिखया
राज ठाकरे ने कहा कि मैं बाला साहेब ठाकरे को अभिवादन करके अपनी पार्टी के नए भगवा झंडे का अनावरण करता हूं. इन शब्दों के साथ राज ठाकरे ने अपनी पार्टी को नई दिशा और नए विचार दिए. राज ठाकरे के नए झंडे में भगवा रंग के साथ साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के स्वराज्य की राजमुद्रा भी है. यानि राज ठाकरे महाराष्ट्र धर्म को निभाते हुए हिंदुत्व के धर्म को स्वीकार कर अपनी आगे की राजनीति करने जा रहे हैं.
राज ठाकरे का कहना है कि शिवसेना सरकार बचाने के लिए हिंदुत्व के मुद्दे को भुलाकर धर्मनिरपेक्ष हो गई और यही बात शिवसेना को मानने वाले उनका साथ देने वाले एक बड़े वर्ग को रास नहीं आई. इसी सोच के कारण राज ठाकरे ने अपनी नई विचारधारा को सार्वजनिक करने के लिए आज का दिन चुना. आज शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का जन्मदिन है. राज ठाकरे ये मानते हैं कि आज के दिन हिंदुत्व की नई राह थामने से लोग उनके विचार को स्वीकार करेंगे.
वहीं वरिष्ठ पत्रकार अभय देशपांडे ने कहा कि राज ठाकरे की आगे की राह कैसे होगी ये देखना दिलचस्प होगा. चर्चा शुरू हो गई है कि क्या राज्य में बीजेपी-एमएनएस एक साथ आएगी. बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि अगर राज ठाकरे अपने विचार बदलते हैं तो उनको साथ लेने में विचार किया जाएगा.
पिछले कई सालों से पर्दे के पीछे काम करने वाले अमित ठाकरे आज पहली बार पार्टी के मंच पर दिखाई दिए और शिक्षा के विषय में उन्होंने अपना पहला भाषण दिया. जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि भविष्य में अमित विद्यार्थी और युवाओं के लिए काम करेंगे. दरअसल अमित ठाकरे को साल 2017 में लॉन्च करने की तैयारी राज ठाकरे कर चुके थे, लेकिन उसी साल वो कैंसर की बीमारी से ग्रस्त हो गए. इलाज के बाद अमित ठाकरे दोबारा राजनीति में एक्टिव हुए.
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