राजस्थान के गांवों में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस, हर दो में एक केस गांव से
8 मई तक राजस्थान में गांवों से कोरोना के 51.26 प्रतिशत मामले सामने आए थे. इस चिंताजनक स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में डोर-टू-टोर सर्वे कर हालात का जायजा लिया है. इस सर्वे के मुताबिक 7 लाख लोगों में इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण पाए गए. इस सर्वे में 7.25 करोड़ लोगों को शामिल किया गया था जो राज्य की कुल आबादी का 92 प्रतिशत है.
राजस्थान के गांवों में तेजी से कोरोना ने अपना पैर पसार लिया है. प्रत्येक दो में से एक कोरोना संक्रमण के मामले गांव से आ रहे हैं. सरकार ने हाल ही में राजस्थान के प्रत्येक गांव में डोर टू डोर सर्वे किया था. इस सर्वे के मुताबिक 7 लाख लोगों में इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण पाए गए. इस सर्वे में 7.25 करोड़ लोगों को शामिल किया गया था जो राज्य की कुल आबादी का 92 प्रतिशत है.
सर्वे में पाया गया कि राजस्थान के 26 ग्रामीण जिलों में 8 मई तक कोरोना के 51.26 प्रतिशत मामले थे. मौत में भी इन जिलों का आंकड़ा 43.01 फीसदी था. इसके मुकाबले पिछले साल जब कोरोना की पहली लहर जोरों पर थी तब इन जिलों में कोरोना संक्रमण के 45.06 प्रतिशत मामले थे जबकि 37.5 फीसदी मौत को रिकॉर्ड किया गया था. स्टेट इकोनोमिक सर्वें के मुताबिक राजस्थान की बड़ी आबादी ग्रामीण आबादी है. राजस्थान के 33 जिलों में सिर्फ सात जिले ही शहरी आबादी के रूप में चिन्हित है. राज्य की तीन चौथाई आबादी गांवों में बसती है.
डोर टू डोर सर्वे में हुआ खुलासा
राज्य के अधिकारियों ने इस स्थिति को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि पिछले साल अशोक गहलौत की सरकार ने डोर टू डोर सर्वे कर के ही कोरोना को नियंत्रित किया था. इंफ्लूएंजा जैसे लक्षण दिखते ही लोगों के एंटीजन टेस्ट किए गए और उन्हें मेडिकल किट दी गई जिसमें azithromycin, paracetamol, levocetirizine, zinc sulphate and vitamin C tablets थी. इस साल इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है. हालांकि 10 मई के बाद कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ी है. 10 मई तक एक्टिव केस 2.03 लाख थे जबकि सोमवार को यह घटकर 1.76 लाख तक पहुंच गया है.
अब स्थिति नियंत्रण में
इस पूरे मामले पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऱघु शर्मा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHCs) को कोरोना से लड़ने के लिए और मजबूत किया जा रहा है. सरकार ने कहा है कि सोमवार तक 350 CHCs को Covid care centres में बदल दिया गया है और इन्हें ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराया गया है.