जयपुर: राजस्थान बीजेपी के विधायकों के गुजरात जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में फूट पड़ गई है और साजिश की पोल खुल गई है. उन्होंने कहा कि सरकार में तो हम लोग हैं, खरीद फरोख्त हो रही थी इसलिए हमें विधायकों को एकसाथ रोकना पड़ा. लेकिन बीजेपी के विधायकों को किस बात की चिंता है, वो लोग बाड़ेबंदी कर रहे हैं तीन-चार जगह पर, वो भी चुन-चुनकर के, उनमें इतनी बड़ी फूट पड़ गई दिखती है.


जैसलमेर में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “हमारी खुद की प्रतिबद्धता है कि कभी नहीं करना चाहिए तो हमारी सरकार कैसे कर सकती है. ऐसा सोशल मीडिया पर चला गया कि पता नहीं हमारे खुद के विधायकों पर विश्वास ना हो.. यह षडयंत्र का हिस्सा है.. षडयंत्र के किरदार में जो जो लोग शामिल हैं वो सब मिलकर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे है.’’


विधायकों के फोन टैपिंग के सवाल पर क्या बोले?


विधायकों के फोन टैपिंग के सवाल पर गहलोत ने कहा, ‘‘ एक भी विधायक का... चाहे एमएलए हो या एमपी हो किसी का भी कोई टेलीफोन टैप करने का सवाल ही पैदा नहीं होता है सरकार कर भी नहीं सकती और ना ही करना चाहिए.’’


जो पार्टी छो़ड़कर गए वे वापस आ जाएंगे


इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके नेताओं के खिलाफ हर घर में गुस्सा है. मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे.


विधायकों को गहलोत ने लिखी चिट्ठी


अशोक गहलोत ने राजस्थान विधानसभा के सभी विधायकों को पत्र लिखकर उनसे लोकतंत्र को बचाने के लिये और प्रदेशवासियों के व्यापक हित में सच्चाई के साथ खड़े होने की अपील की है. पत्र में सीएम ने सभी विधायकों से राज्य के विकास और समृद्धि के वादों को पूरा करने में उनका सहयोग मांगा है.


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