राजस्थान चुनाव: JNU में कंडोम की संख्या बताने वाले बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा का टिकट कटा
बीजेपी ने विवादित बयान देने की वजह से चर्चा में रहने वाले विधायक ज्ञानदेव आहूजा का टिकट काट दिया है. आहूजा जेएनयू, गोरक्षा पर बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं.
नई दिल्ली: राजस्थान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अब तक उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में करीब एक दर्जन विधायक और तीन मंत्रियों के टिकट काट दिये गए हैं और उनकी जगह नए चेहरों को जगह दी गई है. जिसके बाद से कई विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है. जिन विधायकों का टिकट कटा है इस फेहरिस्त में ज्ञानदेव आहूजा का भी नाम शामिल है. सीकर जिले के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं.
आहूजा ने तब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी जब उन्होंने दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ''जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर की बोतलें, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3 हजार उपयोग किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं.''
नेहरू गाय का मांस खाते थे?
आहूजा ने बाद में एक अन्य बयान में कहा था, ''जवाहर लाल नेहरू पंडित नहीं थे. जो गाय का मांस खा जाए, जो सुअर का मांस खा जाए. सुअर मुस्लिम के लिए नापाक है. गाय हमारे लिए शुद्ध है. जो बाकी जीव को खा जाए. वो कभी पंडित नहीं थे, लेकिन उनके आगे ब्राह्मण को जोड़ा गया.''
जवाहरलाल नेहरू बीफ और सुअर का मांस खाते थे, वो पंडित नहीं हो सकते: बीजेपी MLA ज्ञानदेव आहूजा
बीजेपी विधायक गोरक्षा को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने राजस्थान के अलवर में कथित गोरक्षा के नाम पर रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या पर कहा था कि गाय को मारना आतंकवाद से भी बड़ा अपराध है. उन्होंने एक अन्य बयान में कहा था कि तस्करी करोगे, गो-कशी करोगे तो यूं ही मरोगे.
टिकट कटने की वजह ये तो नहीं? फरवरी में ज्ञानदेव आहूजा की फोन पर हुई बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वह प्रदेश पार्टी के नेतृत्व में बदलाव की बात कर रहे हैं. एक पार्टी कार्यकर्ता से बात करते हुए आहूजा को यह कहते हुए सुना गया था कि उन्होंने 'तो पहले ही चुनाव के नतीजों की भविष्यवाणी कर दी थी' और उन्होंने 'दिल्ली में सांगठनिक महासचिव से राजस्थान में नेतृत्व बदलने की मांग की है.'
विधायक आहूजा को ऑडियो में गाना 'जैसा किया है तूने वैसा ही तू भरेगा' गाते हुए भी सुना गया था. फोन पर एक अन्य व्यक्ति से बातचीत में आहूजा को कहते सुना गया कि 25 जनवरी को उन्होंने संगठन के महासचिव रामलाल को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने साफ तौर पर लिख दिया था कि अगर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी को नहीं हटाया गया तो बीजेपी चुनाव हार जाएगी. ये ऑडियो तब आया था जब बीजेपी को उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस ने बड़े अंतरों से जीत दर्ज की थी.
बीजेपी ने 131 और 31 उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी की है. दूसरी लिस्ट में गंगानगर से विनीता आहूजा, बीकानेर पश्चिम से गोपाल जोशी, दूदू से प्रेमचंद बैरवा, जैसलमेर से सांग सिंह भाटी, बांसबाड़ा से अखड़ू महिरा, नाथद्वारा से महेश प्रताप सिंह, जहाजपुर से गोपीचंद मीणा, केशवराय पाटन से चन्द्रकान्ता मेघवाल और रतनगढ़ से अभिनेष महर्षि को टिकट दिया गया है. पहली लिस्ट में पार्टी ने 25 नए चेहरों को टिकट दिया था. साथ ही पहली सूची में 85 मौजूदा विधायकों को भी जगह दी गई थी.
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इस्तीफे का दौर जारी टिकट नहीं मिलने से नाराज वसुंधरा सरकार में मंत्री सुरेंद्र गोयल ने राजस्थान इकाई के अध्यक्ष मदनलाल सैनी को इस्तीफा भेज दिया है. नागौर से विधायक हबीबुर रहमान ने भी पार्टी छोड़ दी है. बीजेपी के पूर्व महासचिव कुलदीप धनकड़ ने सोमवार को चुनाव में उपेक्षित किए जाने के बाद पार्टी छोड़ दी. कल बीजेपी के एक मौजूदा सांसद हरीश मीणा और विधायक हबीबुर्रहमान कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के चुनाव के लिए सात दिसंबर को मतदान होना है. नतीजों की घोषणा 11 दिसंबर को की जाएगी. राज्य में फिलहाल बीजेपी सत्ता में है और वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री हैं.