नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी जाति और धर्म पर बयान देकर बुरी तरह घिर चुके हैं. पहले पार्टी ने उनसे किनारा किया अब चुनाव आयोग ने नोटिस थमा दिया है. राजस्थान के नाथद्वार के चुनाव अधिकारी ने जोशी से रविवार दोपहर 11 बजे तक जवाब मांगा है. दरअसल, नाथद्वार से कांग्रेस उम्मीदवार सीपी जोशी ने पिछले दिनों कहा था कि केवल पंडित और ब्राह्मण हिंदू धर्म के बारे में जानते हैं और इस बारे में बात करने के लिए पर्याप्त सीखते हैं. इसी बयान को आधार बनाकर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है.


पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने आगे कहा था, "क्या किसी को पता है उमा भारती, पीएम मोदी की जाति क्या है? साध्वी ऋतंभरा की जाति क्या है? इस देश में अगर कोई धर्म के बारे में जानता है तो वह पंडित और ब्राह्मण है." जोशी के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जाति-धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया था. साथ ही चुनाव आयोग से शिकायत की थी.


जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद इसका संज्ञान लिया और जोशी से माफी मांगने के लिए आदेश दिए. राहुल गांधी ने कल ट्वीट कर कहा था, "सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है. पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुख पहुंचे." उन्होंने कहा, "कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का ख्याल आने पर जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा. उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए."


राहुल की फटकार के बाद सीपी जोशी ने मांगी माफी, पीएम मोदी-उमा भारती की पूछी थी जाति


राहुल की फटकार के ठीक बाद सीपी जोशी ने माफी मांग ली. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''कांग्रेस के सिद्धांतो और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं.''