Congress Meeting In Delhi: इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस ने राज्य के प्रमुख नेताओं की दिल्ली में एक बैठक बुलाई है. कांग्रेस की यह अहम बैठक 6 जुलाई को प्रस्तावित है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी की अध्यक्षता में यह बैठक होगी.
इससे पहले करीब हफ्तेभर पहले (27-28 जून को) भी दिल्ली में राजस्थान कांग्रेस की एक बैठक हो चुकी है. बैठक में राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत तीनों सह प्रभारी भी मौजूद थे.
राजस्थान में संगठन में पदाधिकारियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए यह बैठक आयोजित की गई थी. राज्य कांग्रेस में उपाध्यक्ष, महासचिव और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर नामों पर चर्चा की जानी थी.
राजस्थान के लिए कांग्रेस बैठक क्यों है अहम?
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले साल के अंत में पांच राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं, इनमें राजस्थान बड़ा राज्य है जहां कांग्रेस की वर्तमान में सरकार है और पार्टी के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है. इसके लिए संगठन की मजबूती काफी हद तक उसकी दिशा तय करेगी.
अंदरखाने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी नेता सचिन पायलट के बीच सबकुछ ठीक होने की पुष्टि कांग्रेस की ओर से विगत दिनों में कई बार की जा चुकी है लेकिन इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि दिल्ली मुख्यालय में होने वाली बैठक में सचिन पायलट को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
क्या छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान के मसले को हल करेगी कांग्रेस?
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रतिद्वंद्वी के माने जाने वाले पार्टी नेता टीएस सिंह देव को उपमुख्यमंत्री नियुक्त कर कांग्रेस ने राजस्थान संगठन में भी बड़ा कदम उठाने की अटकल को जन्म दे दिया था. सचिन पायलट को क्या कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी, इस पर निगाहें बनी हुई हैं. कांग्रेस राजस्थान में किसी भी अंतर्कलह के बिना विधानसभा चुनाव के लिए आगे बढ़ना चाहेगी.
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