राजस्थान में पहली लिस्ट आने से पहले अमित शाह और नड्डा की बैठक ने बढ़ाई हलचल, टिकट बंटवारे पर हुआ मंथन
सूत्रों ने बताया कि अमित शाह और जेपी नड्डा की बैठक में सीटों पर बीजेपी की स्थिति का बारीकी से आकलन किया गया. पिछले चुनाव में जिन सीटों पर पार्टी हारी थी उनके लिए रणनीति तैयार की गई.
आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (27 सितंबर) को पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ लंबी चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि देर शाम शुरू हुआ बैठकों का दौर देर रात तक चला. राजस्थान के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने की चर्चा के बीच हाई लेवल मीटिंग ने हलचल तेज कर दी है. मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को मैदान में उतारने के बाद इन अटकलों को बल मिला है कि राजस्थान में भी दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है.
राजस्थान व मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. अमित शाह और जेपी नड्डा बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और हवाई अड्डे के पास एक होटल गए जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठकों का दौर बुधवार देर शाम यहां एक होटल में शुरू हुआ जो देर रात दो बजे तक जारी रहा. दोनों नेताओं का बृहस्पतिवार सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थानीय पदाधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम है.
बीजेपी की परिवर्तन यात्राओं को लेकर भी चर्चा हुई
सूत्रों का यह भी कहना है कि कि दोनों नेताओं ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से करीब 15 मिनट तक मुलाकात की. इसके बाद पार्टी के राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक शुरू हुईं, जिनमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई. बैठक में हाल में संपन्न हुई चार परिवर्तन यात्राओं पर भी फीडबैक लिया गया. सूत्रों ने कहा, 'समीक्षा की गई कि यात्राओं में कहां लोग अधिक आए और कहां कम. इसके कारणों पर चर्चा की गई.' बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल व कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां और अन्य नेता मौजूद थे.
लोकसभा चुनाव को लेकर भी हुआ मंथन
बैठक करीब तीन घंटे तक चली. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नड्डा और शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित अन्य नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की. उन्होंने बताया कि बैठक में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई. बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ इलाके और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं.
सीटों पर पार्टी की स्थिति का बारीकी से आकलन किया गया
सूत्रों ने बताया कि इस बात का बारीकी से आकलन किया गया कि पार्टी की किन सीटों पर कैसी स्थिति है. पिछले चुनावों में कहां जीती, कहां हारी. उन्होंने कहा कि बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन ही सर्वोपरि है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. टिकट के बंटवारे और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा हुई. हालांकि, बैठक के बाद होटल से निकल रहे पार्टी नेताओं ने बैठकों के बारे में मीडियाकर्मियों से बात नहीं की.
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