Rajasthan Election 2023 News: राजनीति में आपने भाई के सामने भाई, चाचा के सामने भतीजे और दोस्त के सामने दोस्त के कई मुकाबले देखे होंगे, लेकिन राजस्थान में इन दिनों एक अलग ही टक्कर देखने को मिल रही है. यहां डूंगरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक डॉक्टर और नर्स आमने-सामने हैं. खास बात ये है कि ये डॉक्टर और नर्स पहले साथ-साथ मिलकर मरीजों का इलाज करते थे. दोनों एक ही अस्पताल में काम करते थे.
पर अब दोनों की राहें अलग हो चुकी हैं और एक-दूसरे को हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. हम बात कर रहे हैं डॉ. दीपक घोघरा और नर्स बंसीलाल कटारा की, जो इस विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे खिलाफ खड़े हैं. आइए आपको बताते हैं इस रोमांचक टक्कर से जुड़ी कुछ और जानकारी.
बीजेपी ने नर्स को दिया है टिकट
डॉ. दीपक बीटीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 43 साल के बंसीलाल कटारा (मेल नर्स) को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. बंसीलाल कटारा सरकारी अस्पताल में कंपाउंडर (मेल नर्स) थे. क्षेत्र में सक्रिय होने के कारण नौकरी से इस्तीफा देने से पहले ही बीजेपी ने उन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया. टिकट मिलने के बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली.
चुनाव लड़ने के लिए कोर्ट तक गए डॉक्टर दीपक
वहीं, डॉ. दीपक घोघरा को भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इनका मुकाबला जिस बंसीलाल कटारा से है, वह कुछ महीने पहले तक एक साथ रहकर मरीजों का इलाज करते थे. डॉ. दीपक घोघरा भी सरकारी डॉक्टर हैं और सरकारी नौकरी में रहते हुए चुनाव लड़ने के लिए डॉ. दीपक ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी. याचिका में चुनाव लड़ने की अनुमति मांगने के साथ यह आग्रह किया गया कि अगर वे चुनाव नहीं जीतते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें फिर से सरकारी नौकरी करने दी जाए. हाईकोर्ट ने उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी, जिसके बाद वह अब सियासी मैदान में हैं. वह बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा के बेटे हैं.
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