Rajasthan Election 2023: राजस्थान ने अपने पहले विधानसभा चुनाव में कैसे किया था मतदान, जानिए किसे मिले थे सबसे ज्यादा वोट
Election News: राजस्थान के पहले विधानसभा चुनाव में कुल 92,68,215 मतदाता थे, लेकिन 32,61,442 वोटर्स ने मतदान किया. इस तरह पहले चुनाव में कुल 35.19 प्रतिशत वोटिंग हुई. इस चुनाव में 35 निर्दलीय जीते थे.
Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होगा. राजस्थान के चुनाव पर इस बार पूरे देश की नजर रहेगी. दरअसल, यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है. कांग्रेस की मौजूदा अशोक गहलोत सरकार जहां अपने काम के दम पर लगातार दूसरी बार जीतने का दावा कर रही है, तो बीजेपी को हर बार सत्ता परिवर्तन की पुरानी परंपरा के तहत वापसी की उम्मीद है.
राजस्थान चुनाव में जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. पीएम नरेंद्र मोदी लगातर यहां जनसभाएं कर रहे हैं. पार्टी ने अपने कई सांसद और केंद्रीय मंत्रियों को यहां विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उतार दिया है. भाजपा के कई और बड़े नेता यहां लगातार जनसभाएं कर रहे हैं. इस बार का परिणाम किसके पक्ष में जाएगा, ये तो 3 दिसंबर को मतगणना के बाद ही पता चलेगा, लेकिन आज हम आपको बताएंगे राजस्थान विधानसभा के पहले चुनाव के बारे में. आखिर पहले चुनाव में लोगों ने कैसे मतदान किया था, किसे सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं.
140 सीटों के लिए हुआ था पहला चुनाव
राजस्थान विधानसभा का पहला चुनाव 29 फरवरी 1952 को हुआ था. भारत की आजादी के बाद इस ऐतिहासिक चुनाव के जरिये ही राज्य में लोकतांत्रिक शासन की शुरुआत हुई थी. पहले चुनाव में विधानसभा की 140 सीटें थीं. इन 140 सीटों के लिए कुल 616 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. इसमें 20 दो-सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र और 120 एकल-सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र शामिल थे,
कांग्रेस पहले चुनाव में थी सबसे बड़ी पार्टी
राजस्थान के पहले चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) प्रमुख पार्टी के रूप में उभरी और उसने 12,86,953 वोटों के साथ 160 सीटों में से 82 सीटें जीतकर, कुल वोट शेयर का 39.46% हासिल किया था. अखिल भारतीय राम राज्य परिषद (आरआरपी) 3,99,958 वोटों के साथ 24 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही. आरआरपी को कुल वोट शेयर का 12.26% हासिल हुआ. तत्कालीन भारतीय जनसंघ (बीजेएस) ने 1,93,532 वोटों के साथ 8 सीटें जीतीं. उसका कुल वोट शेयर का 5.93% रहा था.
35.19 प्रतिशत हुआ था मतदान
सोशलिस्ट पार्टी, कृषक लोक पार्टी, अखिल भारतीय हिंदू महासभा और किसान मजदूर प्रजा पार्टी जैसी अन्य पार्टियों ने भी चुनाव लड़ा था और इनमें से सभी ने कुछ सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, निर्दलियों ने कुल वोट शेयर का 35.35 प्रतिशत हासिल करते हुए 35 सीटें अपने नाम की थीं. इस चुनाव में 32,61,442 मतदाताओं ने मतदान किया, जो कुल 92,68,215 मतदाताओं का 35.19 प्रतिशत था.
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