जयपुर: राजस्थान के बीएसपी के 6 विधायकों ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर कांग्रेस की आधिकारिक सदस्यता ली. इन विधायकों ने पिछले वर्ष 17 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय किया था, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को विश्वास में लिए बिना किए गए फैसले के चलते इनकी आधिकारिक ज्वॉइनिंग इतने दिनों तक नहीं हो पाई थी.


शुक्रवार को आखिरकार प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने इन विधायकों की मुलाकात सोनिया गांधी से करवाई और सदस्यता फॉर्म भरवाया गया. हालांकि सदस्यता फॉर्म में तारीख 17 सितंबर 2019 ही लिखी गई. प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि इन विधायकों ने 17 सितंबर को ज्वॉइनिंग के बाद सोनिया गांधी से मुलाकात कर पार्टी की नीतियों में बिना किसी शर्त समर्थन देने का वायदा किया है. यह सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र में मजबूत हैं. इनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.


2018 में राजस्थान के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 99 सीटें मिली थी. इसके बाद 11 निर्दलीय विधायको को एसोसिएट सदस्य बनाकर सरकार में शामिल कर लिया था और अब 6 बीएसपी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर लिया गया है. हालांकि, गहलोत के सामने बड़ी चुनौती है कि 11 निर्दलीय और बीएसपी के 6 विधायकों को कैसे खाली पड़े 5 मंत्री पदों में एडजस्ट करेंगे. क्योंकि 2008 में गहलोत ने ठीक इसी तरह 6 बीएसपी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कर सत्ता में भागीदारी दी थी.


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