राजस्थान: पंचायती राज उपचुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत, बीजेपी को लगा झटका
राजस्थान में पंचायती राज के उपचुनावों में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है. जिला परिषद की कुल 9 सीटों में से कांग्रेस ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी मात्र एक सीट जीतने में कामयाब रही.
जयपुर: लोकसभा चुनाव में राजस्थान में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस के लिए पहली अच्छी खबर आई है. पार्टी ने पंचायत समिति और जिला परिषद के उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है. कांग्रेस ने 74 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी के खाते में 29 सीटें गई है. निर्दलीय ने 6 सीटों पर सफलता हासिल की है.
जिला परिषद सीटों की बात करें तो कांग्रेस ने सात, बीजेपी ने एक और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. सभी सीटों पर उपचुनाव 30 जून को कराया गया था. राज्य चुनाव आयोग ने आज परिणामों की घोषणा की. आयोग ने 22 जिलों के 48 सरपंचों के नाम की भी घोषणा की, जिसमें से 12 निर्विरोध चुने गए.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी के प्रदर्शन पर खुशी जताई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''आज आए पंचायती राज उपचुनावों के नतीजे सुखद हैं. मतदाताओं का आभार और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवम विजयी उम्मीदवारों को बधाई.''
आज आए पंचायती राज उपचुनावों के नतीजे सुखद हैं। मतदाताओं का आभार और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवम विजयी उम्मीदवारों को बधाई।#Rajasthan
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 2, 2019
वहीं राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, ''जिला परिषद उपचुनावों मे 9 जिला परिषद सदस्यों मे से कांग्रेस के 7 प्रत्याशियों व पंचायत राज उपचुनावो मे 75 पंचायत समिति सदस्यो मे से कांग्रेस के 39 प्रत्याशियों को जीत हासिल करने पर हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं. जनता ने एक बार फिर कांग्रेस के प्रति विश्वास जताया है.''
जिला परिषद उपचुनावों मे 9 जिला परिषद सदस्यो मे से कांग्रेस के 7 प्रत्याशियों व पंचायत राज उपचुनावो मे 75 पंचायत समिति सदस्यो मे से कांग्रेस के 39 प्रत्याशियो को जीत हासिल करने पर हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं। जनता ने एक बार फिर कांग्रेस के प्रति विश्वास जताया है। pic.twitter.com/W87g0vhiEJ
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 2, 2019
कांग्रेस को यह जीत ऐसे समय में मिली है जब लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब रहा है और वह खाता भी खोलने में नाकामयाब रही. पार्टी ने पिछले साल के आखिरी में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराकर सत्ता हासिल की थी.