नई दिल्ली: राजस्थान में बदलते सियासी पारे के बीच सीबीआई ने आज चुरू में तैनात एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी से लगभग 2 घंटे पूछताछ की. सीबीआई इस मामले में कांग्रेस की विधायिका कृष्णा पुनिया से भी लगातार पूछताछ कर रही है. इस मामले में आरोप है कि प्रेशर के चलते एसएचओ विष्णु दत्त ने आत्महत्या की थी.


राजस्थान में जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच रस्साकशी चल रही है, वहीं दूसरी तरफ सीबीआई राजस्थान पुलिस के एसएचओ की आत्महत्या के मामले में सीएम हाउस तक पहुंच गई है. सीबीआई ने एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले में आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी देवाराम सैनी को पूछताछ के लिए सीबीआई जयपुर कार्यालय में तलब किया.


सीबीआई सूत्रों ने बताया कि देवाराम सैनी से लगभग 2 घंटे तक पूछताछ की गई. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई की आत्महत्या के पहले जो लोग उनके संपर्क मे थे. उन सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है. सीबीआई टीम जानना चाहती है कि ऐसा कौन सा प्रेशर था, जिसके चलते ईमानदार कहे जाने वाले एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और इस प्रेशर का जिक्र उन्होंने अपने सुसाइड नोट में भी किया था. सीबीआई का कहना है कि मामले के तार जोड़ने के लिए अभी अनेक लोगों से पूछताछ की जाएगी.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी के भी संपर्क एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई से मिले थे, लिहाजा मामले की कड़ियां जोड़ने के लिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था. राजस्थान के चुरू जिले के राजगढ़ थाने के एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई इसी साल की 23 मई की सुबह अपने सरकारी कमरे में फांसी पर लटके मिले थे. उनके पास से दो सुसाइड नोट बरामद हुए थे, जिनमें से एक सुसाइड नोट उन्होंने अपने परिजनों के लिए लिखा था और दूसरा सुसाइड नोट उन्होंने अपने जिले के एसपी को लिखा था. जिले के एसपी को लिखे सुसाइड नोट में एसएचओ विश्नोई विश्नोई ने लिखा था कि वह कमजोर नहीं हैं, लेकिन प्रेशर नहीं झेल पाए.


इसके बाद इस मामले में राजस्थान में जमकर राजनीति भी हुई और विपक्ष ने आरोप लगाया की स्थानीय कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया ने एसएचओ के खिलाफ उल्टी-सीधी शिकायत करके उन्हें प्रेशर में लेने की कोशिश की थी. हालांकि विधायक और पूर्व ओलंपियन कृष्णा पूनिया ने इन तमाम आरोपों को निराधार बताया था. इसके बाद यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया और सीबीआई ने इस मामले में विधायक कृष्णा पूनिया से 20 जुलाई को 3 घंटे लगातार पूछताछ की. कृष्णा पूनिया से सीबीआई की पूछताछ लगातार जारी है.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक ओएसडी से पूछताछ के आधार पर अनेक बातों को सत्यापित किया जा रहा है और इस मामले में मुख्यमंत्री सचिवालय के कुछ लोगों समेत पुलिस के कुछ अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है.


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